देश में इस वक्त लाउडस्पीकर से अजान के मुद्दे पर जमकर राजनीति हो रही है। आरोप प्रत्यारोप और बयानबाजी का दौर चल रहा है। इसी मुद्दे पर एक न्यूज़ 24 पर डिबेट हुई जिसमें कांग्रेस के पैनलिस्ट अतुल लोंढे पाटिल ने भाजपा और एमएनएस पर कई आरोप लगाएं।
पाटिल ने कहा, “भाजपा हिंदुत्व की बात करती है। पिछले 15 साल से नागपुर महानगरपालिका में भाजपा की सरकार है इन्होंने अकेले नागपुर में 450 मंदिरों को तोड़ा है। हम इसके लिए कोर्ट गए और राज्य सरकार से स्टे लिया। वहीं, भाजपा के नेताओं ने अयोध्या में राम मंदिर की जमीन में घोटाला किया। आगे उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पांच साल डबल इंजन की सरकार थी लेकिन तब कोई लाउडस्पीकर का मुद्दा नहीं उठा।” राज ठाकरे को लेकर कहा कि “2019 के चुनावों में लाउडस्पीकर के मुद्दे पर वह कह रहे थे। भाजपा हिन्दू मुस्लिम दंगा भड़काने की कोशिश कर रही है इनसे अलर्ट रहिये”।
पाटिल ने राज ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा, “वे अपने बच्चे को विदेश पढ़ने के लिए भेजते है लेकिन बहुजन के बच्चों को मस्जिदों के बहार हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए कहते हैं।”
राज ठाकरे ने की लाउडस्पीकर से अजान बंद करने की मांग: पिछले कुछ दिनों से एमएनएस के मुखिया राज ठाकरे लगातार लाउडस्पीकर से अजान बंद करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने मुंबई के शिवाजी पार्क में कहा था यदि लाउडस्पीकर से अजान बंद नहीं होती है तो वे मस्जिदों के सामने तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाएंगे, जिसके बाद से इस मुद्दे पर बड़ा वबाल खड़ा हो गया।
ठाकरे लगातर इस मुद्दे पर बयानबाजी कर रहे हैं उन्होंने हाल ही में कहा है कि ये एक सामाजिक मुद्दा है न कि धार्मिक। मैं राज्य सरकार को बता देना चाहता हूं हम इस मुद्दे से पीछे हटने वाले नहीं है, आप जो चाहें, वो कर सकते हैं।
इस मुद्दे पर एनसीपी प्रमुख शरद पावर कहा कि राज्य सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। ये वक्त देश में महंगाई और बेरोजगारी पर बात करने का है लेकिन इस पर कोई बात नहीं कर रहा है।