Maharashtra Politcs: महाराष्ट्र में सियासी घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है अभी शिवसेना का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब कांग्रेस में बगावत शुरू होती हुई दिखाई दे रही है। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक महाराष्ट्र के प्रदेश कांग्रेस के कार्याध्यक्ष और मुंबई कांग्रेस प्रभारी और पूर्व सामाजिक न्याय मंत्री चंद्रकांत हंडोरे के अब शिंदे गुट में शामिल होने की अफवाहें सुनाई दे रही हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वो जल्दी ही शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो ये कांग्रेस के साथ-साथ एमवीए गठबंधन को भी बड़ा झटका होगा।

बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता महाराष्ट्र में एमएलसी के चुनाव के बाद से कांग्रेस के नेतृत्व से नाराज हैं। तो वहीं बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उनके संपर्क में हैं। आने वाले समय में महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं। ऐसे में महानगर निगम चुनाव में शिवसेना के शिंदे गुट को एक दलिते चेहरे के रूप में नया नेता मिल सकता है। रविवार को मुंबई में हंडोरे ने कार्यकर्ताओं की एक बैठक बुलाई थी इस दौरान उन्होंने जोरदार शक्ति किया था। 24 जुलाई को मुंबई हंडोरे की कार्यकर्ताओं के साथ बैठक ने महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं की अब नींद उड़ा दी है। इस बैठक में महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले भी शामिल थे।

क्या है हंडोरे की नाराजगी की वजह

कांग्रेस नेता चंद्रकांत हंडोरे ने अभी महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव में कांग्रेस ने पहले उन्हें उम्मीदवार चुना था जबकि दूसरे नंबर पर मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष के भाई जगताप थे। इसके बावजूद भी चंद्रकांत हंडोरे को अपने ही दल के विधायकों की क्रॉस वोटिंग की वजह से हार का सामना करना पड़ा था। इसी वजह से हंडोरे नाराज हैं। इंडिया टुडे के मुताबिक हंडोरे ने कहा, ‘हम कांग्रेस पार्टी में मौजूद उन महाठगों को सबक सिखाएं बगैर चुप नहीं बैठेंगे. इन्हीं लोगों के वजह से आज कांग्रेस की दुरावस्था हुई है।’

कांग्रेस पहले अपने नेताओं की अनुशासन हीनता पर एक्शन ले

मामला यहीं खत्म नहीं होता है विधान परिषद की बैठक के साथ ही उद्धव ठाकरे सरकार विश्वास मत प्रस्ताव वाले दिन भी 11 कांग्रेस के विधायक मौजूद नहीं थे। इसके अलावा राष्ट्रपति चुनाव में भी महाराष्ट्र कांग्रेस के कुछ विधायकों और सांसदों के क्रॉस वोटिंग की खबरें आईं थीं जिससे हंडोरे नाराज हैं। हंडोरे ने कहा कि अगर पार्टी अपने नेताओं के खिलाफ अनुशासन हीनता पर एक्शन नहीं लेगी तो हमारे सामने कोई और विकल्प नहीं बचा है। हंडोरे ने कहा हम कब तक अपने कार्यकर्ताओं का मुंह दबा कर रखेंगे।