मुंबई में एक गणपति पांडाल में जाकर गणपति बप्पा मोरया का नारा लगाना एआईएमआईएम के विधायक वारिस पठान को महंगा पड़ गया है। पार्टी ने उन्हें अपने धर्म से बाहर जाकर किसी दूसरे धर्म के देवता की जय कहने पर कड़ी फटकार लगाई है। इसके बाद तुरंत बैकफुट पर आते हुए वारिस पठान ने वीडियो जारी करके अपनी गलती के लिए माफी मांगी है। जबकि प्रदेश में सत्तारूढ़ शिवसेना ने वारिस पठान का समर्थन किया है और कहा है कि उन्हें माफी मांगने की जरूरत नहीं है।

बता दें कि मुंबई के बायकुला विधानसभा क्षेत्र से ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन के विधायक वारिस पठान बायकुला के गणपति पांडाल में गए थे। उन्होंने गणेश पंडाल में गणपति बप्पा मोरिया का नारा लगाया था। किसी ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में वारिस पठान ने ये भी कहा कि गणपति आप सब की तकलीफ दूर करें, जिस काम में रूकावटें आ रही हैं, उसे दूर करें। उन्होंने आगे कहा कि गणपति बप्पा सभी को खुशी, समृद्धि और जीवन में सफलता दें।

वारिस पठान का वीडियो जारी होते ही सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। इस वीडियो में कई लोगों ने उन्हें ट्रोल किया और कई लोगों ने उनका खुलकर समर्थन शुरू कर दिया। एक यूजर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि जो भारत माता की जय नहीं कहते वो गणपति बप्पा के नारे क्यों लगा रहे हैं। बताया जाता है कि वायरल वीडियो को जब पार्टी नेताओं ने देखा तो वारिस पठान को जमकर फटकार लगाई।

फटकार लगते ही वारिस पठान ने एक और ट्वीट करके वीडियो संदेश जारी किया। वारिस पठान इस वीडियो में माफी मांगते दिखाई ​दे रहे हैं। वारिस पठान ने माफी मांगते हुए कहा कि या अल्लाह मुझ से गलती हो गई। इस बड़ी गलती के लिए मुझे माफ करें। जैसे ही ये वीडियो सोशल मीडिया पर आया। दोनों तरफ से लोग एक्टिव हो गए। कुछ यूजर्स ने वारिस पठान की तारीफ शुरू कर दी। जबकि कुछ ने उनकी पार्टी को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया।

शिवसेना के नेता अरविंद सावंत ने कहा कि गणपति पांडाल में जाने में क्या बुराई है? क्या हिंदू अजमेर शरीफ की दरगाह नहीं जाते हैं। गणपति बप्पा मोरिया कहना अपराध है क्या? क्या वह अपराधी हो जाते हैं या उनका धर्म बदल जाता है। बहुत से हिंदू भी नमाज के लिए जाते हैं। गौरतलब है कि एमआईएमआईएम विधायक वंदे मातरम ना बोलने को लेकर विवादों में आए थे। वंदे मातरम को लेकर महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर बीजेपी विधायक राज पुरोहित और वारिस पठान आपस में लड़ पड़े थे। इसे लेकर दोनों के बीच तीखी नोंक झोंक भी हुई थी।