महाराष्ट्र में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जहां एक महिला ने चलती बस में बच्चे को जन्म दिया और फिर उसे बस की खिड़की से फेंक दिया। घटना महाराष्ट्र के परभणी ज़िले की है जहां मंगलवार सुबह एक 19 वर्षीय महिला ने बस में यात्रा करते समय एक बच्चे को जन्म दिया। हालांकि, उसने और उसका पति होने का दावा करने वाले 21 वर्षीय एक व्यक्ति ने कथित तौर पर बच्चे को खिड़की से बाहर फेंक दिया जिससे नवजात की मौत हो गई।
यह घटना पाथरी-सेलू रोड पर हुई और घटनास्थल के पास एक्सरसाइज कर रहे लोगों को बच्चे का शव मिला। उन्होंने सुबह लगभग 6.20 बजे पाथरी पुलिस को मामले की सूचना दी। अपने बयान में, उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी को बस से एक बैग फेंकते देखा, जिसके बाद बस घटनास्थल से लगभग 100 मीटर दूर रुक गई। वे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और बैग में नवजात बच्चे को पाया। जब तक उन्हें कुछ समझ आता, बस जा चुकी थी। पुलिस की एक टीम भी मौके पर पहुंची और बच्चे का शव बरामद किया।
ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि उसने बस से एक बैग फेंकते देखा था
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने एक सफ़ेद रंग की बस देखी जिस पर ‘संत प्रयाग ट्रैवल्स’ लिखा है। पुलिस ने ट्रैवल एजेंसी से संपर्क किया और पता चला कि बस पुणे से परभणी आ रही थी। फिर पुलिस ट्रैवल एजेंसी के परभणी कार्यालय पहुंची और बस चालक को ढूंढ निकाला। ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि उसने बस से एक बैग फेंकते देखा था इसलिए उसने बस कुछ मिनट के लिए रोक दी थी। उसने बताया कि उसने उस दंपत्ति से बात की थी, जिन्होंने दावा किया था कि महिला को उल्टी हुई थी क्योंकि उसकी तबीयत ठीक नहीं थी। इसके बाद उसने यात्रा जारी रखी।
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दंपत्ति ने कहा कि वे बच्चे को बाहर फेंकना चाहते थे क्योंकि वे उसे पालना नहीं चाहते थे
इसके बाद पुलिस ने परभणी में दंपत्ति का पता लगाया और उनसे पूछताछ की। पुलिस के अनुसार, उन्होंने शादीशुदा होने का दावा किया लेकिन शादी का कोई सबूत नहीं दे पाए। उन्होंने बताया कि वे परभणी के रहने वाले हैं और पिछले एक साल से पुणे में साथ रह रहे थे। पुलिस ने बताया कि चलती बस में महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और दंपत्ति ने स्वीकार किया कि वे बच्चे को बाहर फेंकना चाहते थे क्योंकि वे उसे पालना नहीं चाहते थे।पुलिस ने दंपत्ति के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 94 के तहत FIR दर्ज की और उन्हें नोटिस जारी किया। महिला को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। पढ़ें- 25 साल से खोज रही थी दिल्ली पुलिस, नाम-घर बदला और हो गया फरार