राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। इसी हफ्ते शरद पवार (Sharad Pawar) ने एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि वह पार्टी को मार्गदर्शन देते रहेंगे लेकिन अब अध्यक्ष पद पर नहीं बने रहना चाहते। इसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने उनसे इस्तीफा वापस लेने की बात कही थी। लेकिन अब शरद पवार ने तय किया है कि वह इस्तीफा वापस लेंगे और वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि कार्यकर्ता आहत न हों।
जानिए शरद पवार ने इस्तीफा वापस लेने के लिए क्या पांच कारण गिनाए:
- शरद पवार ने कहा कि पार्टी प्रमुख के पद छोड़ने के उनके फैसले ने लोगों, पार्टी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और सहयोगियों के बीच मजबूत भावनाएं पैदा कीं। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता और नेता निराश थे और उन्होंने उनसे वापस एनसीपी प्रमुख पद पर आने के लिए कहा।
- शरद पवार ने कहा कि वह समर्थकों की भावनाओं का अपमान” नहीं कर सकते, जिन्होंने उनसे एनसीपी प्रमुख बने रहने का अनुरोध किया। बता दें कि जब शरद पवार ने इस्तीफा दिया था, उसके बाद वहां पर मौजूद सभी कार्यकर्ताओं ने रोते हुए उनसे इस्तीफा वापस लेने की बात कही थी। पार्टी के कई बड़े नेता भी भावुक हो गए थे और उन्होंने कहा था कि अगर शरद पवार ने इस्तीफा वापस नहीं लेते तो वह अपना इस्तीफा दे देंगे।
- एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी निभाने वाले पदों के लिए उत्तराधिकार की योजना बनाने की जरूरत है। जब शरद पवार ने इस्तीफा दिया था उस दौरान उनके भतीजे अजित पवार ने कहा था कि वह पार्टी प्रमुख को मनाएंगे कि वह अपने इस्तीफा वापस ले लें। लेकिन उन्होंने यह भी कहा था कि नए लोगों को मौका मिले, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है।
- शरद पवार ने कहा, “भले ही, मैं अध्यक्ष पद पर बना हुआ हूं। मेरा स्पष्ट मत है कि संगठन में किसी भी पद या जिम्मेदारी के लिए उत्तराधिकार की योजना होनी चाहिए। भविष्य में, मैं पार्टी में संगठनात्मक परिवर्तन करने पर ध्यान केंद्रित करूंगा। जैसे नई जिम्मेदारियां सौंपना, नया नेतृत्व बनाना।”
- शरद पवार ने कहा कि उन्होंने प्यार, विश्वास से अभिभूत होने के बाद एनसीपी अध्यक्ष के पद पर वापस लौटने का फैसला किया है।