राज ठाकरे की अगुआई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने महाराष्ट्र में कस्बा विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। BJP ने हेमंत रसाने को कस्बा सीट के लिए मैदान में उतारा है। हेमंत कांग्रेस उम्मीदवार रवींद्र धंगेकर के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे, जो पहले मनसे के साथ थे और मनसे के टिकट पर 2009 के विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था।
मनसे ने किया भाजपा को समर्थन का ऐलान
मनसे ने मंगलवार को घोषणा की कि वह भाजपा का समर्थन करेगी क्योंकि हिंदुत्व और विकास के मुद्दों को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने वाली एकमात्र पार्टी है। जिसके बाद स्थानीय भाजपा नेताओं ने स्थानीय मनसे नेता के साथ बैठक की। भाजपा ने एक बयान में कहा कि मनसे के समर्थन ने कस्बा में भाजपा उम्मीदवार को और अधिक ताकत प्रदान की है। भाजपा के चुनाव प्रभारी पूर्व मेयर मुरलीधर मोहोल ने भी समर्थन के लिए मनसे को धन्यवाद दिया।
मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने कस्बा और चिंचवाड़ के उपचुनाव में भाजपा को समर्थन देने का फैसला किया है, जिस पर पूरे राज्य का ध्यान आकर्षित हो रहा है। दरअसल, पार्टी की यह प्रथा है कि मनसे किसी भी उपचुनाव सीट के लिए उम्मीदवार नहीं खड़ा करती है। तदनुसार, मनसे ने कस्बा और चिंचवाड़ में उम्मीदवार खड़े किए बिना भाजपा के समर्थन में अपनी ताकत बढ़ाने का फैसला किया है। सांसद गिरीश बापट के अस्वस्थ होने के कारण प्रचार से हटने से भाजपा की टेंशन बढ़ गयी थी लेकिन अब जब राज ठाकरे के मदद का ऐलान करने के बाद बीजेपी उम्मीदवार हेमंत रासाने और अश्विनी जगताप के चेहरे पर निश्चित रूप से मुस्कान आ जाएगी।
पुणे की 2 विधानसभा सीटों पर होने हैं उपचुनाव
गौरतलब है कि पुणे की 2 विधानसभा सीटों चिंचवाड़ और कस्बा विधानसभा में उपचुनाव होने हैं। ये उपचुनाव 26 फरवरी 2023 को होंगे। वोटों की गिनती 2 मार्च को होनी है। चिंचवाड़ और कस्बा दोनों सीटें बीजेपी विधायकों के निधन से खाली हुई हैं। भाजपा ने मुक्ता तिलक के परिवार के सदस्यों पर हेमंत रासाने को चुना। तिलक परिवार ने पार्टी के टिकट से वंचित होने पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि वे भाजपा के लिए काम करना जारी रखेंगे।
कांग्रेस महा विकास अघडी (एमवीए) गठबंधन सहयोगियों एनसीपी और शिवसेना के साथ सीट-बंटवारे की व्यवस्था के अनुसार कस्बा सीट पर चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने धंगेकर को मैदान में उतारा है। उन्होंने 2009 में मनसे के उम्मीदवार के रूप में कस्बा से विधानसभा चुनाव लड़ा था और भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरीश बापट को कड़ी टक्कर दी थी। एनसीपी और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने धंगेकर को समर्थन दिया है।