PM Modi Nagpur Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार (11 दिसंबर, 2022) को विपक्षी राजनीतिक दलों पर हमला करते हुए शॉर्टकट की राजनीति का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ऐसे राजनीतिक संगठनों के नेता हर करदाता के सबसे बड़े दुश्मन हैं। उन्होंने कहा कि शॉर्टकट से कोई देश नहीं चल सकता है, इसके लिए लॉन्ग टर्म विजन जरूरी है।
शॉर्टकट की राजनीति करने वाले देश को नहीं चला सकते: पीएम
उन्होंने ऐसे राजनीतिक दलों और नेताओं पर आरोप लगाया कि इनका उद्देश्य सिर्फ झूठे वादों के साथ सत्ता हासिल करना है। महाराष्ट्र के नागपुर में विभिन्न विकास परियोजनाओं के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान पीए मोदी ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा, “मैं देश की राजनीति में आने वाली कुरूपता को लेकर देश के लोगों को सावधान करना चाहता हूं। शॉर्टकट का सहारा लेने वाले राजनीतिक दल और नेता हर करदाता के सबसे बड़े दुश्मन होते हैं। उनका मकसद सिर्फ सत्ता हासिल करना है और सरकार बनाने के लिए झूठे वादे करते हैं।”
बोले, कुछ राजनीतिक दल निजी लाभ के लिए देश की अर्थव्यवस्था को तबाह करना चाहते हैं
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “जब देश अपने लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है तो ये अमृत काल में अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट करना चाहते हैं। वे कभी भी देश नहीं बना सकते। देश अगले 25 साल के लक्ष्य पर काम कर रहा है, कुछ राजनीतिक दल अपने निजी लाभ के लिए देश की अर्थव्यवस्था को तबाह करना चाहते हैं।”
पीएम मोदी ने पहले भी देश में फ्रीबी राजनीति का बार-बार उल्लेख किया है और इसे देश के विकास के लिए खतरनाक करार दिया। उन्होंने महाराष्ट्र में शुरू की गई विकासात्मक परियोजनाओं की सराहना की। उन्होंने कहा, “आम आदमी के स्वास्थ्य की बात हो, संपत्ति निर्माण की बात हो, किसानों का सशक्तिकरण हो या जल संरक्षण, पहली बार देश में ऐसी सरकार आई है जिसने इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को मानवीय स्पर्श दिया है।”
उन्होंने आगे कहा, “सरकार का ध्यान एक समग्र दृष्टिकोण के साथ बुनियादी ढांचे के विकास पर है। हम बुनियादी ढांचे को बेजान सड़कों और फ्लाईओवर तक सीमित नहीं कर सकते। राज्यों की प्रगति इस ‘अमृत काल’ में राष्ट्र के विकास को शक्ति देगी।” पीएम ने सबका साथ सबका विकास का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने लोगों की भागीदारी के माध्यम से बेहतर कनेक्टिविटी और प्रगति के दृष्टिकोण को प्राप्त करने की दिशा में काम किया है। मुझे खुशी है कि हम इसे जनभागीदारी से हासिल कर सके।