महाराष्ट्र के जलगांव में एक अस्पताल में बारिश का पानी भरने का मामला सामने आया है। बता दें कि बारिश का पानी इमरजेंसी वार्ड तक पहुंच गया और स्थिति बिगड़ने पर इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों को सुरक्षित जगह पहुंचाना पड़ा। अस्पताल में बारिश का पानी भरने का एक क्लिप भी सामने आया है, जिसमें दिखाई दे रहा है कि बारिश का गंदा पानी तेज रफ्तार से अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर रहा है, जिसके चलते इमरजेंसी वार्ड में करीब घुटनों तक पानी भर गया। जिससे मरीज और स्टाफ के सदस्य बेबस दिखे।

यह घटना जलगांव के डॉ. उल्हास पाटिल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की है। मेडिकल कॉलेज के रजिस्ट्रार डॉ. प्रमोद भिरुड ने बताया कि घटना के वक्त अस्पताल में रेजीडेंट डॉक्टर्स और स्टाफ के सदस्य मौजूद थे। 7-8 मरीजों इमरजेंसी वार्ड में भर्ती थे, जिन्हें सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है। महाराष्ट्र में मानसून के आने के साथ ही भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है।

कोरोना संकट के दौर में देश के स्वास्थ्य तंत्र की कमियां उजागर हो गई हैं। जब माहमारी में स्वास्थ्य सेवाएं प्राथमिकता पर हैं, तो ऐसे वक्त में हमारे देश में कई जगह लोग आधारभूत स्वास्थ्य सेवाएं पाने के लिए भी जूझ रहे हैं। महाराष्ट्र जब कोरोना माहमारी से बुरी तरह से त्रस्त है और अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं, वहां जलगांव के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बारिश का पानी भर जाना घोर लापरवाही माना जाएगा।

बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की कुल संख्या एक लाख के पार चली गई है। अकेले मुंबई में 58 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र में कोरोना से अब तक 3950 लोगों की मौत हो चुकी है।