महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का विस्तार मंगलवार (अगस्त 2022) को होगा। वरिष्ठ भाजपा नेता के मुताबिक महाराष्ट्र में मंगलवार को कैबिनेट विस्तार होगा। सुबह 11 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। राजभवन में शपथ ग्रहण की जाएगी।

इससे पहले 3 अगस्त 2022 को एकनाथ शिंदे खेमे के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने घोषणा करते हुए कहा था कि महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का विस्तार 7 अगस्त तक होगा। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि नए मंत्रियों को शामिल करने की सही तारीख एकनाथ शिंदे द्वारा बताई जाएगी। रविवार को देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि मीडिया द्वारा अनुमानित तारीख से पहले ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।

उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने कहीं नहीं कहा है कि हम मंत्रिपरिषद का विस्तार नहीं कर सकते। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई और कैबिनेट विस्तार के बीच कोई संबंध नहीं है। हम बहुत जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। हम इसे उस तारीख से पहले भी करेंगे जिसकी आप अपेक्षा करते हैं।”

विभागों के आवंटन पर चर्चा: वहीं, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के एक दिन बाद, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि राज्य मंत्रिमंडल का जल्द ही विस्तार किया जाएगा। विश्वास मत जीतने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि उन्हें और फडणवीस को कैबिनेट विभागों के आवंटन पर चर्चा करने से पहले कुछ समय की आवश्यकता होगी।

भाजपा के एक पूर्व मंत्री ने कहा था कि समस्या शिंदे गुट तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि 106 विधायकों वाली भाजपा एक बड़ी पार्टी है। इसे सेकेंडरी भूमिका निभाते हुए नहीं देखा जा सकता। इसके समर्थन के बिना शिंदे गुट महाराष्ट्र पर शासन नहीं कर सकता।

2024 के चुनावों को ध्यान में रखकर होगा गठन: मंत्रिमंडल का गठन 2024 के लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि मंत्री पदों के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए योग्यता एक प्रमुख मापदंड होगा। साथ ही शिंदे-फडणवीस की मंत्रिस्तरीय टीम के गठन में क्षेत्रीय और जातिगत कारक भी महत्वपूर्ण मानदंड होंगे।

भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, “मुख्यमंत्री आमतौर पर गृह विभाग संभालते हैं। लेकिन चूंकि बीजेपी ने एकनाथ शिंदे को सीएम का पद दिया है इसलिए हम डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के लिए गृह विभाग को रखना चाहेंगे। हालांकि, इन प्रस्तावों के पक्ष और विपक्ष पर चर्चा जारी है। इन पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से अंतिम मंजूरी का अभी भी इंतजार है।