महाराष्ट्र में होने जा रहे निकाय चुनावों में शिवसेना का शिंदे गुट और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन में मैदान में उतरेंगे। बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की इस घोषणा ने उद्धव ठाकरे की टेंशन बढ़ा दी है। अब उनके सामने यह नई चुनौती आ खड़ी हुई है।
बावनकुले ने यह भी कहा कि गठबंधन नगर निगमों, परिषदों, शहरी और ग्रामीण स्थानीय निकायों के चुनावों में विजेता बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के मिशन 2024 के तहत केंद्रीय मंत्री कल्याण परियोजनाओं की जांच के लिए लोकसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी इस मिशन के तहत चंद्रपुर का दौरा करने वाले हैं। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा, “चंद्रपुर में छह विधानसभा सीटें हैं। हरदीप सिंह पुरी 22 और 23 सितंबर को चंद्रपुर के दौरे पर रहेंगे।”
उधर, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद राज्य की सियासत एक बार फिर से गरमा गई है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता पार्टी छोड़ सकते हैं। ऐसी भी चर्चाएं हैं कि कांग्रेस के दो पूर्व मंत्री शिंदे की कैबिनेट में शपथ ले सकते हैं, हालांकि वो दो नेता कौन हैं इसका खुलासा नहीं हुआ है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात के बाद तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
बताया जा रहा है कि 31 अगस्त को शिंदे गुट के नेता के घर दोनों नेताओं के बीच यह मीटिंग हुई थी। हालांकि, अशोक चव्हाण ने कांग्रेस छोड़ने की बात को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि फडणवीस से उनकी मुलाकात राजनैतिक नहीं थी। वहीं, पूर्व कैबिनेट मंत्री असलम शेख के नाम को लेकर भी खूब चर्चाएं हैं। असलम शेख पहले ही बीजेपी नेता मोहित कंबोज के साथ देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर चुके हैं।