एक जनवरी को पुणे के पास स्थित भीमा-कोरेगांव में भड़की जातीय हिंसा के चलते अब पूरे महाराष्ट्र में बंद का ऐलान कर दिया गया है। दलित समुदायों ने बुधवार को राज्य बंद का आह्वान किया है। जिसके बाद आज पूरे महाराष्ट्र में लोकल ट्रेन से लेकर स्कूल और हाइवे बंद रहेंगे। मराहाष्ट्र बंद होने से राज्य की 40 हजार बसें नहीं चलेंगी और पुणे हाईवे भी बंद रहेगा। गौरतलब है कि पुणे के नजदीक सोमवार (1 जनवरी) को भीमा-कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं वर्षगांठ मनाने जुटे लाखों दलितों की कुछ मराठा संगठनों से हिंसक झड़प होने के बाद एक शख्स की मौत हो गई थी। जिसके बाद राज्य के कई इलाकों में मंगलवार यानी 2 जनवरी के दिन हिंसा हुई। पुलिस ने फिलहाल दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बाबा साहब भीम राव अंबेडकर के पोते और एक्टिविस्ट प्रकाश अंबेडकर ने बंद का आह्वान किया है।

यहां पढ़ें महाराष्ट्र बंद का लाइव अपडेट्स-

9.10 बजे- मुंबई के वर्ली में दो बसें तोड़ दी गई हैं। वहीं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डब्बावाला की सेवाएं आज के लिए बंद कर दी गई हैं। इससे हजारों लोगों तक आज खाना नहीं पहुंचेगा।

8.24 बजे- महाराष्ट्र के ठाणे में 4 जनवरी तक के लिए धारा 144 लगाई गई। प्रदर्शनकारियों ने ठाणे रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोकी।

8.15 बजे- स्कूल बस मालिकों एसोसिएशन के अनिल गर्ग ने कहा है कि मुंबई में आज स्कूल बसें नहीं चलाई जाएंगी। बच्चों की जिंदगी को खतरे में डालने का रिस्क नहीं ले सकते। उन्होंने कहा कि 11 बजे एक बार फिर इस पर विचार किया जाएगा कि सेकेंड हाफ में उन्हें स्कूल बुलाया जाए या नहीं। यह सब स्थिति पर निर्भर है।

7.45 बजे- आरएसएस ने भी लोगों से राज्य में शांति बनाए रखने की अपील की है।

7.30 बजे- महाराष्ट्र पुलिस इस वक्त राज्य के कई इलाकों में तैनात है। इसके अलावा कई अतिरिक्त पुलिसबलों को स्टैंडबाय में रखा गया है। अगर हिंसा भड़कती है तो पुलिसबलों की संख्या बढ़ाई जाएगी। कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को भी बंद किया जा सकता है, ताकि हिंसक खबरें लोगों तक ना पहुंचे। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए डीजीपी सतीश माथुर ने कहा, ‘हमने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सारी तैयारी कर ली है। अतिरिक्त बलों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को भी बंद किया जा सकता है, ताकि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की कोई अफवाह ना फैलाई जा सके।’

7.00 बजे- दलित समुदायों ने राज्य भर में बंद का आह्वान किया। वहीं बहुजन समाज पार्टी ने राज्यसभा में इस मामले पर चर्चा करने की मांग रखी।