‘कौन से बैंक से पैसा मिला है आपको? सेंट्रल बैंक से कोई दिक्‍कत तो नहीं हुई आपको, घुमाना फिराना… चक्‍कर लगवाना… दान दक्षिणा… सही सही बता देना यार मेरी कसम खाकर बोलो’। मध्‍य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इतने सारे सवाल एक ही शख्‍स से पूछ डाले। मौका था रोजगार दिवस का, इस अवसर पर शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं से सीधा संवाद किया।

इसी संवाद कार्यक्रम में अली अहमद नाम शख्‍स ने बताया कि कैसे उन्‍होंने बैंक से रोजगार लोन लिया। इस पर शिवराज सिंह चौहान ने उनसे पूछा- कौन से बैंक से आपने लोन लिया तो युवक ने बताया कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया। इसके बाद सीएम ने पूछा- ‘कोई दिक्‍कत तो नहीं हुई आपको, घुमाना फिराना… चक्‍कर लगवाना… दान दक्षिणा… सही सही बता देना यार मेरी कसम खाकर बोलो’। युवक ने जवाब दिया कि नहीं साहब ऐसी कोई दिक्‍कत नहीं हुई। युवक का जवाब सुनकर सीएम शिवराज बोले- ‘चलो ठीक तब तो मैं बैंक के अधिकारियों का धन्‍यवाद करता हूं।’

जिस युवक से कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने ये सब सवाल किए उसने रोजगार लोन लेकर मिश्री-इलायची दाने का बिजनेस शुरू किया है। मध्‍य प्रदेश सरकार के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग ने 12 जनवरी को रोजगार दिवस के रूप में मनाया। इसी के तहत भोपाल स्थित कुशाभाऊ ठाकरे हॉल में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम रखा गया। सीएम शिवराज ने मंच से युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिन्होंने बहुत कम पूंजी के साथ रोजगार शुरू किया, उनमें से कई अब लखपति बन गए हैं।

उन्‍होंने कहा, ‘मैंने 23 मार्च 2020 को मुख्यमंत्री की शपथ ली और 24 मार्च को लॉकडाउन लग गया। परिस्थिति कितनी कठिन थी। सबकुछ बंद हो गया था। काम धंधे बंद हो गए, टैक्स आनी बंद हो गईं, लेकिन हमने हिम्मत नहीं हारी। पहली और दूसरी लहर से लड़े और अब तीसरी से भी लड़ रहे हैं।’

सीएम शिवराज ने आगे कहा, ‘इसी दौरान प्रधानमंत्री के मंत्र आत्मनिर्भर भारत के तहत आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने के लिए हमने संकल्‍प लिया, क्‍योंकि रोजगार की व्यवस्था हमारी पहली प्राथमिकता है। सरकारी नौकरियों में जितनी जरूरत है, उतनी ही भर्ती हो सकती है। इसी वजह से मध्‍य प्रदेश सरकार ने रोजगार उपलब्ध कराने के लिए आठ सूत्रीय नीति तैयार की है।
इस नीति से युवाओं को काफी लाभ हो रहा है।