तुलसी सिलावट मध्‍य प्रदेश विधानसभा के सदस्‍य हैं और भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं। उनका जन्म 5 नवंबर 1954 को ग्राम पिवडाय में स्व. ठाकुरदीन सिलावट के घर इंदौर, मध्य प्रदेश में हुआ था। तुलसी सिलावट ने इंदौर के सरकारी कला और वाणिज्य महाविद्यालय से कला स्नातक की डिग्री पूरी की।

छात्र जीवन से ही राजनीति में रही है रुचि

इसके बाद उन्होंने इंदौर विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की। छात्र जीवन से ही राजनीति में रुचि रखने वाले तुलसी 1977 से 79 तक वे छात्र संघ के अध्यक्ष रहे। इसके बाद वे पहली बार 1982 में इंदौर नगर निगम में पार्षद बने। 1998 से 2003 तक मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष रहे। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी में उपाध्यक्ष बनाया।

1985 में पहली बार विधायक चुने गए

इसके बाद 1985 में विधायक चुने गए। तुलसी अब तक पांच बार विधायक चुने गए हैं। दो वार से इंदौर जिले के सांवरे विधानसभा का कांग्रेस के टिकट पर प्रतिनिधित्‍व कर चुके हैं। 25 दिसंबर 2018 को कमल नाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। सिलावट को जल संसाधन और मछुआरा कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी।

मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में शामिल

2020 के मध्य प्रदेश राजनीतिक संकट के दौरान उन्होंने तत्‍कालीन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थन किया और इस्तीफा देने वाले 22 विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। बाद में 21 अप्रैल 2020 को उन्‍हें मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किया गया।

वर्तमान में मध्य प्रदेश सरकार में जल संसाधन, संसदीय कार्य और सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। आपको बता दें कि मालवा निमाड़ क्षेत्र में मंत्री तुलसी सिलावट खास नेता के रूप में माने जाते हैं। सांवेर सीट के लिए हुए 15वें विधान सभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी तुलसी राम सिलावट ने जीत के पुराने इतिहास को पीछे छोड़ दिया। उन्‍होंने कांग्रेस के प्रेमचंद गुड्डू को 53264 से पराजित किया। सिलावट को जहां 129676 मत मिले। वहीं, गुड्डू को 76412 मत प्राप्त हुए। सिलावट इस जीत के साथ सांवेर सीट से सबसे ज्यादा पांच बार जीतने वाले पहले विधायक बन गए हैं।