मध्य प्रदेश में नई सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार कल होने वाला है। जानकारी के मुताबिक कल दोपहर 3:30 बजे नए मंत्रियों का ऐलान हो जाएगा। इससे पहले माना जा रहा था कि नाम तय हो चुके हैं लेकिन आधिकारिक घोषणा के लिए पार्टी आलाकमान की मंजूरी का इंतज़ार किया जा रहा था। मुख्यमंत्री मोहन यादव लगातार टॉप नेताओं के साथ कई बैठकों में शामिल रहे हैं। इससे पहले मोहन यादव के साथ जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, हालांकि दोनों ही मंत्रियों का पोर्टफोलियो तय नहीं हुआ है।

ये हैं संभावित नाम

मध्य प्रदेश भाजपा के प्रमुख सूत्रों के मुताबिक मंत्रिपरिषद के गठन में देरी इसलिए हो रही है क्योंकि पार्टी को वरिष्ठ विधायकों और पूर्व मंत्रियों के नामों पर लंबी चर्चा जारी है। कई बड़े नाम भी मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की चर्चा में शामिल हैं। ऐसा भी माना जा रहा है कि इस बार जातिगत समीकरणों को साधते हुए कई नए चेहरे को मौका दिया जा सकता है। जिन वरिष्ठ नेताओं जगह मिल सकती है उनमें कैलाश विजयवर्गीय, रीति पाठक, प्रहलाद सिंह पटेल जैसे दिग्गज नेताओं को अहम मंत्रालय मिल सकता है। वहीं सिंधिया समर्थकों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। पार्टी ऐसा नामों को सामने लाने के प्रयास में है जिनसे वह लोकसभा चुनाव 2024 में फायदा हासिल कर सके।

ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों का नाम भी इस फेहरिस्त में शामिल किया जा सकता है। इन नामों में प्रद्युमन सिंह तोमर, एंदलसिंह कसाना, प्रभु राम चौधरी को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। वहीं शिवराज चौहान सरकार में मंत्री रहे हरदीप डांग, तुलसी सिलावट को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। पार्टी दलित और कई ओबीसी चेहरों को मंत्री बना सकती है। युवा चेहरों में नारायण सिंह पवार, अरुण भीमावद, राजेश सोनकर, आशीष शर्मा और विजय शाह को भी पार्टी मंत्री पद दे सकती है। अर्चना चिटनीस को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। अर्चना आरएसएस की पसंद हैं।