मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव इसी महीने 28 नवंबर को होने वाले हैं। मध्य प्रदेश में पिछले 15 साल से बीजेपी की सरकार है। कांग्रेस अपनी सरकार बनाने के लिए पूरी तरह से एमपी में जुटी हुई है। चुनाव प्रचार के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए एमपी में कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकारी कर्मचारियो को धमकाया। उन्होंने कहा कि जो भी शासकीय कर्मचारी अपने यहां काम नहीं करता सही काम नहीं करता, और इनकी मदद में लगता है, जो बीजेपी का बिल्ला अपनी जेब में लिए घूमता है। 11 दिसंबर के बाद जब गिनती होगी तब 12 तारीख आएगी और कमलनाथ की चक्की चलती है देर से, पर बहुत बारीक पीसती है। यह जनसभा मध्य प्रदेश के सागर जिले के खुरई में हुई थी।
बीजेपी ने अपनी चुनावी योजना में कमल दिवाली मनाने का कार्यक्रम रखा है। इसके तहत 21 नवंबर को पूरे प्रदेश में बीजेपी कार्यकर्ताओं को अपने घर में रोशनी करने को कहा गया है। बीजेपी ने इस कार्यक्रम के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की है। वहीं एमपी कांग्रेस ने ट्वीट किया कि कांग्रेस ने दिनांक 21 नवंबर को समूचे मप्र में “बदलाव की बाती” नामक कार्यक्रम के जरिये कपास या सूत की बाती बनाकर देवालयों में प्रज्ज्वलित करेगी। सभी कार्यकर्ताओं से आशा है कि वे पूरे मध्य प्रदेश को “बदलाव की बाती” से रोशन करने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
राज्य की 230 विधानसभा सीटों के लिए 28 नवंबर को मतदान होगा। पिछले तीन चुनाव से एमपी में लगातार बीजेपी की सरकार बन रही है। चुनावी विश्लेषकों के मुताबिक इस बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सत्ता विरोधी लहर से भी जूझना पड़ रहा है। सीएम बुधनी विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य में वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी। बहुमत पाने के लिए किसी भी पार्टी को कम से कम 116 सीटों पर जीत हासिल करनी ही होगी। C VOTER सर्वे के मुताबिक सीटों के मामले में कांग्रेस यहां बीजेपी को पछाड़ते हुए दिख रही है। इस सर्वे के मुताबिक मध्य प्रदेश में अगर इस वक्त चुनाव हो जाएं तो कांग्रेस बहुमत का आंकड़ा छू सकती है। कांग्रेस के हिस्से में 117 सीटें जाते दिख रही हैं। वहीं बीजेपी 106 सीटों पर ही सिमटते दिख रही है। इसके अलावा 7 सीटों पर अन्य का कब्जा हो सकता है।