Madhya Pradesh Assembly Elections: मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने एकबार फिर से राज्य में सॉफ्ट हिंदुत्व का रास्ता अपना लिया है। राज्य के पूर्व सीएम और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता कमलनाथ से सोमवार को जब सवाल किया गया कि क्या वो बागेश्वर धाम चीफ पंडित धीरेंद्र शास्त्री की हिंदू राष्ट्र की डिमांड का समर्थन करते हैं तो उन्होंने कहा कि अगर देश 82 फीसदी हिंदुओं से बना है तो हम कौन से राष्ट्र हैं।

पूर्व सीएम कमलनाथ कांग्रेस पार्टी द्वारा छिंदवाड़ा में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम समाप्त होन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। छिंदवाड़ा कांग्रेस पार्टी के गढ़ के रूप में पहचाना जाता है। जब कमलनाथ से धीरेंद्र शास्त्री की डिमांड के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “सभी के अपने विचार हैं। आज अगरहमारे देश में 82 फीसदी हिंदू हैं तो यह कौन सा देश है? अगर 82 फीसदी हिंदू हैं? मैं सेक्यूलर हूं। मैं जो हूं वह संविधान में लिखा है।”

बागेश्वर बाबा के नाम से पहचाने जाने वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। वह आए दिन अपने कार्यक्रमों में हिंदू राष्ट्र और ‘घर वापसी’ की बात करते हैं।

धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम के समापन के बाद कमलनाथ ने कहा, “महाराज जी, आपको भविष्य में मुझसे छुटकारा नहीं मिलेगा। कई तरह के रिश्ते होते हैं लेकिन मेरे और महाराज के बीच में हनुमान का रिश्ता है। यहां हर कोई गवाह है, कोई मुझ पर उंगली नहीं उठा सकता। महाराज जी, आप बहुत सारी जगहों पर जाएंगे लेकिन आपको छिंदवाड़ा जैसी जगह नहीं मिलेगी।”

उन्होंने आगे कहा, “हम हर धर्म का सम्मान करते हैं। हम सभी अपने धर्म का सम्मान करते हैं। मैं हिंदू हूं, ये बात बहुत गर्व से कहता हूं। मुझे खुशी है कि छिंदवाड़ावासियों को ये सौभाग्य मिला कि आप यहां आए लेकिन अंत में मैं यही कहना चाहता हूं कि आप यहां दोबारा आएं।”

बता दें कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी बीजेपी को मिलने वाले फायदे को कम करने के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व कार्ड खेलने से कभी भी संकोच नहीं करती है। कांग्रेस ने सफलतापूर्वक मध्य प्रदेश में उसपर लगाए जाने वाला एंटी हिंदू पार्टी के टैग को दूर हटाने में कामयाबी भी पायी है।

छिंदवाड़ा में कथा कार्यक्रम के समापन के बाद मीडिया से बातचीत में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि वो राजनीति से दूर रहना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ज्ञानवापी एक मस्जिद नहीं है लेकिन शिवमंदिर है। उन्होंने नूंह में हिंसा को देश का दुर्भाग्य बताते हुए भारत के हिंदुओं को जागने के लिए कहा।