समाजवादी पार्टी (एसपी) प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी मध्य प्रदेश में कांग्रेस संग गठबंधन में चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव देश में मुद्दे पर होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर सपा अध्यक्ष ने किसानों के हित में काम ना करने का भी आरोप लगाया है। बुधवार (6 जून, 2018) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने कहा, ‘किसानों के बीच कितनी खुशहाली हाई है। क्या नौजवानों की एक पीढ़ी बिना नौकरी, बिना रोजगार के चली जाएगी। महंगाई के सवाल पर चुनाव होगा। सरकार के बड़े फैसलों पर सवाल होगा। जीएसटी की वजह से लोगों का कारोबार चला गया। लोगों की नौकरी छूट गई। नोटबंदी से क्या भ्रष्टाचार खत्म हो गया? क्या बैंक जिंदा हो गए? सरकार ने जो जनधन योजना के खाते खोले, उन्हें बैंक बंद करने जा रहे हैं। बैंकों के जितने बुरे दिन आज के दौर में आ गए हैं इससे पहले कभी नहीं आए। सरकार इन बातों को छिपाती है।’ पूर्व सीएम ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए आगे कहा, ‘चुनाव में किसके खिलाफ कौन लड़ेगा। सवाल यह नहीं है। सवाल यह है कि देश की अर्थव्यवस्था बचेगी या नहीं बचेगी। सरकार को यह भी बता चाहिए कि बैंक का कितना एनपीए है। देश को भी सच्चाई के बारे में पता चलना चाहिए।’

बता दें कि पिछले दिनों उपचुनाव में विपक्षी जीत के बाद अखिलेश यादव ने केंद्र की भाजपा सरकार को साल 2019 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की चुनौती दी है। सपा मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट को आधार से जोड़ने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। उन्हें एक राष्ट्र एक चुनाव से भी कोई परेशानी नहीं है। यूपी के पूर्व सीएम ने आगे कहा, ‘मैं तो उनसे (भाजपा) से कहता है कि एक राष्ट्र, एक चुनाव की थ्योरी को साल 2019 के लोकसभा चुनाव से ही लागू किया जाए।