मध्य प्रदेश के नीमच में छ्त्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के विमान करीब-करीब एक साथ पहुंचने से असहज स्थिति पैदा हो गई। नीमच हवाई पट्टी पर जब इन दोनों नेताओं के विमान उतरने वाले थे तो उस समय मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विमान वहां खड़ा था। थोड़ी देर के लिए रमन सिंह और आडवाणी के विमान आमने-सामने हो गए ये देखकर हवाई पट्टी अधिकारियों की सांस फूल गई। एक खाली रनवे पर रमन सिंह का विमान उतर गया लेकिन आडवाणी के विमान को उतरने के लिए जगह नहीं थी। इसलिए शिवराज सिंह के विमान को धक्का मारकर रनवे से दूर हटाया गया ताकि विमान को वहां पर उतारा जा सके।
ये सभी नेता मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे थे। भोपाल और दिल्ली से कई दिग्गज नेताओं को अपने विमान उतारने के लिये हिंगोरिया हवाई अड्डे पर जगह कम पड गई। जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विमान नीमच पहुंचा व मुख्यमंत्री चौहान कुकडे़श्वर के लिए रवाना हुए। इस बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह का विमान हवाई पट्टी पर आ गया वे उतरे ही थे की दिल्ली से पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी का विमान आ गया। लेकिन नीचे रनवे पर दो विमान खड़े थे इसलिए आडवाणी जी का विमान हवा में ही अटक गया और विमान ने आसमान में ही एक चक्कर और काटा।
इस दौरान चूँकि रमन सिंह का विमान चालू था तो फटा-फट सुरक्षा कर्मियों ने धक्का देकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के विमान को रनवे से अलग कर साइड में किया। तब कहीं जाकर रनवे पर आडवाणी का विमान नीचे उतरा। इस दौरान रमन सिंह व आडवाणी का विमान आमने-सामने होते देख लोगों व सुरक्षाकर्मियों की सांसें थम गईं। लेकिन सतर्कता और बेहतर ताल-मेल और सजग कार्यप्रणाली के चलते हादसा टल गया।
(कीर्ति राजेश चौरसिया की रिपोर्ट)