बालाघाट में आरएसएस के जिला प्रचारक को पुलिस द्वारा पीटे जाने के मामले में मध्यप्रदेश सरकार ने बुधवार को बालाघाट के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजेश शर्मा को निलंबित कर दिया है। इससे पहले इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जा चुका है। प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि आरएसएस के जिला प्रचारक सुरेश यादव की पुलिस पिटाई के मामले में प्रदेश सरकार ने बालाघाट के एएसपी राजेश शर्मा को निलंबित कर दिया है। इससे पहले शर्मा और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भादंवि की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है।

पुलिस द्वारा जम कर की गई मारपीट में गंभीर रूप से घायल संघ प्रचारक यादव का जबलपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। गृहमंत्री सिंह ने मंगलवार को अस्पताल जाकर उनके हालचाल की जानकारी ली। गृहमंत्री ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए एक विशेष दल भोपाल से बालाघाट भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों सहित अन्य लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। दो दिन पहले बालाघाट पुलिस अधीक्षक असित यादव ने संघ प्रचारक यादव पर हमला करने के मामले में बैहर पुलिस थाने के निरीक्षक जियाउल-हक और उप निरीक्षक अनिल अजमेरिया को निलंबित कर दिया।

इस मामले में बैहर में पदस्थ एएसपी राजेश शर्मा, नगर निरीक्षक जियाउल-हक व उप निरीक्षक अनिल अजमेरिया और एएसआई सुरेश विजयवार और अन्य के खिलाफ भादंवि की धारा 307 और धारा 452, सहित अन्य संबद्ध धाराओं में अपराध पंजीबद्ध किया जा चुका है। पुलिसकर्मियों के खिलाफ आरोप है कि संघ प्रचारक यादव के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद पुलिसकर्मी 25 सितंबर रविवार की रात्रि में बैहर थाना प्रभारी जियाउल-हक व उनके साथ अन्य स्थानीय व्यक्ति व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उपनिरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक सहित अन्य लोग आरएसएस के बैहर कार्यालय में पहुंचे और यादव के साथ जम कर मारपीट की और उन्हें मारते हुए पुलिस थाने लेकर आए। पुलिसकर्मियों की मार से बच कर यादव थाने के पास एक मकान में घुस गए। लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें वहां से भी निकाल कर फिर थाने में जम कर पिटाई की और यादव के खिलाफ भादंवि की धारा 295 के तहत मामला दर्ज किया।

बालाघाट जिले में आरएसएस प्रचारक से पुलिस मारपीट के मामले पर रोष व्यक्त करते हुए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने प्रदेश में नौकरशाही की ‘हिम्मत’ का सवाल उठाते हुए इसे अक्षम्य अपराध करार दिया। इस घटना पर विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा कि नौकरशाही की इतनी हिम्मत। बालाघाट में आरएसएस कार्यालय में जिला प्रचारकजी के साथ मारपीट अक्षम्य है। उन्होंने ट्विटर पर आगे पोस्ट किया कि बालाघाट में आरएसएस कार्यालय के अंदर घुस कर एएसपी की उपस्थिति में थानेदार और वहां के गुंडों ने जिस बुरी तरह से जिला प्रचारकजी के साथ मारपीट की है। यह अक्षम्य अपराध है। मन में बहुत आक्रोश है। क्या हमारी सरकार में नौकरशाही की इतनी हिम्मत भी हो सकती है। आरएसएस के बालाघाट जिला प्रचारक सुरेश यादव द्वारा मुसलिम नेता असदउद्दीन ओवैसी के खिलाफ सोशल मीडिया में टिप्पणी करने के मामले में पुलिसकर्मियों पर यादव के साथ जम कर मारपीट कर उन्हें गंभीर रूप से घायल करने का आरोप है। विजयवर्गीय ने बताया कि यादव द्वारा सोशल मीडिया में औवेसी के खिलाफ पोस्ट करने की शिकायत मिलने के बाद पुलिस पिटाई से यादव को गंभीर चोटें आर्इं और वह संभागीय मुख्यालय जबलपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं।

इस घटना के बाद बैहर कस्बे में आक्रोश फैल गया और भारी संख्या में आरएसएस के कार्यकर्ता बैहर सहित जिले भर से बैहर थाने पहुंचे और यादव के रिहाई की मांग करने लगे। इस घटना के कारण कस्बे में गंभीर तनाव की स्थिति पैदा हो गई। प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह और कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन बुधवार को यादव का हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे। इस बीच आरएसएस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इस घटना के विरोध में गुरुवार को जिले में बंद का आह्वान किया है।