जर्जर मकान ढहाने गई इंदौर नगर निगम की टीम के साथ विवाद के दौरान बुधवार (26 जून, 2019) को भाजपा के स्थानीय विधायक आकाश विजयवर्गीय ने शहरी निकाय के एक अफसर को क्रिकेट बैट से पीट दिया। आकाश, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं। न्यूज24 के एंकर ने जब कैलाश विजयवर्गीय से उनके बेटे को व्यवहार को लेकर सवाल पूछो तो उन्होंने उल्टा एंकर को खरी-खोटी सुनाने शुरू कर दी। एंकर ने सवाल पूछा कि एक विधायक की जिम्मेदारी होती है कानून व्यवस्था को कायम करने की। मगर जब एक विधायक ही बल्ला लेकर अधिकारियों को मारने दौड़े तो यह काफी निंदनीय है।
इसके जवाब में भाजपा नेता ने कहा कि मेरा बेटा गलत काम नहीं कर सकता। इस जवाब पर एंकर ने पूछा कि वीडियो में दिखाई दे रहा है आकाश लोगों की पिटाई कर रहे हैं। इसपर कैलाश विजयवर्गीय खासे भड़क गए और कहा, ‘आप जज हैं क्या? आप कौन हैं? आप फैसला दे रहे हैं? पत्रकारिया करिए चुपचाप अपने चैनल में…फैसला मत दीजिए। क्या है आपकी हैसियत? आप फैसला करेंगे किसी विधायक के बारे में? अपनी औकात देखिए पहले।’
बता दें कि इंदौर नगर निगम के अफसर को क्रिकेट बैट से पीटने के मामले में गिरफ्तार हुए भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय की जमानत याचिका को एक स्थानीय कोर्ट ने खारिज कर दिया। याचिका पर सुनवाई के दौरान जिला अदालत परिसर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। परिसर में बड़ी तादाद में भाजपा विधायक के समर्थक मौजूद थे। जिला लोक अभियोजन अधिकारी अकरम शेख ने बताया कि अदालत ने जमानत याचिका खारिज करने के बाद भाजपा विधायक को 11 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
उधर, बचाव पक्ष के वकीलों में शामिल पुष्यमित्र भार्गव ने कहा, “हमने अदालत के सामने दलील रखी कि नगर निगम के अधिकारियों ने मकान खाली कराने की कोशिश के दौरान महिलाओं से बदसलूकी की। इन परिस्थितियों में विधायक का आवाज उठाना जनता के हित में है।” आकाश को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस खासी मशक्कत करनी पड़ी। उनकी गिरफ्तारी के विरोध में एक समर्थक ने बुधवार रात जिला जेल के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया।
यहां देखिए वीडियो-
बेटे की गुंडागर्दी पर सवाल पूछा तो न्यूज़ 24 के ऐंकर से बोले कैलाश विजयवर्गीय – “तुम्हारी औक़ात क्या है?” pic.twitter.com/d3EJKYfsga
— Manak Gupta (@manakgupta) June 26, 2019
चश्मदीद लोगों ने बताया कि आजाद नगर क्षेत्र स्थित जिला जेल के गेट के पास एक युवक ने खुद पर डिब्बे से केरोसीन उड़ेल लिया। इससे पहले कि वह खुद को आग लगा पाता, वहां तैनात पुलिसर्किमयों ने फौरन उसे रोका और उसके शरीर पर पानी डालकर उसे काबू में किया युवक ने अपना नाम गौरव शर्मा बताते हुए कहा कि “जनता की सेवा करने वाले” भाजपा विधायक की गिरफ्तारी के विरोध में उसने यह कदम उठाया। शर्मा ने आरोप गाया कि गंजी कम्पाउंड क्षेत्र में एक मकान को बेवजह जर्जर बताकर खाली कराने गए नगर निगम के कर्मचारी इस घर में रहने वाली महिलाओं से बदसलूकी कर रहे थे। (भाषा इनपुट सहित)