Liquor Ban in MP: मध्य प्रदेश में शराबबंदी की मुहिम छेड़ने वाली उमा भारती ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रदेश में शराब की बिक्री में कमी करने की इच्छा का स्वागत किया। इसके साथ ही बीजेपी नेता ने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए उन्हें अपनी तरह सतोगुणी बताया।
शनिवार (10 सितंबर) को पूर्व सीएम उमा भारती ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “मेरी आस्था पूर्ण शराबबंदी में है किंतु उस लक्ष्य की ओर क्रमिक जाना होगा, जिसमें पहले एक नियंत्रित शराब वितरण की प्रणाली को अपनाना होगा। शराब से वसूले गए राजस्व को राज्य की अर्थव्यवस्था का आधार बनाना जन विरोधी है।”
अपने दूसरे ट्वीट में बीजेपी नेता ने लिखा, “प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी एवं प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष श्री वीडी शर्मा जी सतोगुणी व्यक्ति हैं तथा मेरी तरह ही शराब के विरोधी हैं। इसलिए मैं उनके मत से सहमत हूं कि क्रमिक शराबबंदी से पूर्ण शराबबंदी की ओर बढ़ा जाए।”
शराब नीति जन हितैषी हो: एक और ट्वीट में उमा भारती ने लिखा, “मध्य प्रदेश में हमारी सरकार वर्तमान शराब नीति में यथासंभव सुधार कर ले और 31 मार्च 2023 के बाद घोषित होने वाली शराब नीति संशोधित हो एवं पूर्णतया जन हितैषी हो, मैं यह अपेक्षा कर रही हूं।” शराबबंदी पर बिहार के सीएम की तारीफ करते हुए उमा भारती ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “जब नीतीश कुमार जी ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा की थी तब वह एनडीए में नहीं थे और मैं केंद्र में मंत्री थी लेकिन मैंने खुलेआम उनकी सराहना की थी, उनके निर्णय का स्वागत किया था।”
सीएम शिवराज सिंह से की बातचीत: इससे पहले 19 अगस्त 2022 को उमा भारती ने ट्वीट किया था, “अभी हाल ही में मेरी और शिवराज जी की दो बैठकें हो चुकी हैं। वर्तमान शराब नीति में यथासंभव परिवर्तन और नई शराब नीति का प्रारूप दोनों पर कुछ ही दिनों में रणनीति बन जाएगी। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर मध्य प्रदेश की नारी शक्ति का भोपाल में मेरा आव्हान स्थगित नहीं होगा।”
शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा, “मैं अभी भी शराब बंदी के समर्थन में हूं, लेकिन मैंने पूर्ण शराबबंदी की बात कभी नहीं कही। मध्य प्रदेश की नई शराब नीति महिलाओं और युवाओं के हित में नहीं है। इसे लेकर मेरी सीएम शिवराज सिंह चौहान से बातचीत हो गई है।” इसके पीछे बीजेपी नेता ने तर्क दिया कि शराब सिर्फ मध्य प्रदेश की नहीं बल्कि पूरे देश की समस्या है।