Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मंदसौर में पुलिस ने शनिवार (17 सितंबर) को नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता राम कोटवानी को गिरफ्तार कर लिया है। भारतीय जनता पार्टी के नेता पर लाखों रुपयों की धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। आरोपी राम कोटवानी भाजपा जिला उपाध्यक्ष और पार्षद है। कोटवानी पर निवेशकों के पैसे नहीं लौटाने के आरोप हैं।
दरअसल, राम कोटवानी ने तीन साल पहले मंदसौर के सम्राट मार्केट स्थित अपने ऑफिस पर कोहिनूर निधि लिमिटेड नामक निजी बैंक खोलकर कई खाताधारकों से लाखों रुपए जमा करवाए थे। पिछले 3 सालों से शहर के सम्राट मार्केट में चल रही इस संस्था के निवेशकों ने तय सीमा में रकम नहीं लौटाने की शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस ने पिछले महीने ही संस्था के दो डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से राम कोटवानी और संस्था के कर्ताधर्ता पुलिस से बचते फिर रहे थे। शनिवार को उनकी गिरफ्तारी के बाद कोटवानी को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
पैसे नहीं मिलने पर लोगों ने की शिकायत: संस्था ने डेली कलेक्शन की पॉलिसी भी शुरू की थी। इस संस्था में कोटवानी ने आदिल और आरिफ नामक दो डायरेक्टर को ऑफिस में नियुक्त किया था और रजिस्ट्रेशन उन्हीं के नाम पर था। तीन महीने पहले कई लोगों की फिक्स डिपॉजिट रकम और डेली कलेक्शन की राशि की अवधि पूरी होने के बाद भी जब उन्हें पैसे नहीं मिले तो लोगों ने मामले की शिकायत सिटी कोतवाली थाने में कर दी।
संस्था के डायरेक्टर से पूछताछ में हुआ खुलासा: जिसके बाद पुलिस ने संस्था की रिसेप्शनिस्ट उषा गोस्वामी और संस्था के डायरेक्टर आदिल खान और आरिफ से पूछताछ के बाद दोषी पाए जाने पर आरिफ और आदिल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दोनों से लंबी पूछताछ के बाद संस्था के मालिक के तौर पर राम कोटवानी के नाम का और बैंक भवन और उसके ऑफिस के मालिक भी राम कोटवानी के होने का खुलासा हुआ।
मामले की जानकारी देते हुए एसआई वरसिंह कटारा ने कहा, “थाना शहर कोतवाली में फ्रॉड के संबंध में शिकायत दर्ज की गयी थी। इस मामले में पहले भी दो आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। विवेचना के दौरान राम कोटवानी की संलिप्तता के भी सबूत मिले जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। फिलहाल वह 22 सितंबर 2022 तक पुलिस रिमांड पर हैं।