विक्रम यूनिवर्सिटी भोपाल के एक संस्कृत लेक्चरर के सस्पेंशन पर मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने स्टे दे दिया है। दरअसल, राजेश्वर शास्त्री मुसलगांवकर ने भविष्यवाणी की थी कि भारतीय जनता पार्टी को कम से कम 300 सीटें मिलेंगी जबकि नैशनल डेमोक्रेटिक अलायंस यानी एनडीए को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। इसके बाद, उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था।

जस्टिस विवेक रुसिया ने सस्पेंशन ऑर्डर के क्रियान्वयन पर रोक लगा दी। इसके अलावा, हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट, विक्रम यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार, एमपी के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर और उज्जैन के डिस्ट्रिक्ट रिटर्निंग ऑफिसर को नोटिस जारी किया है। बता दें कि आरोपी के वकील एडवोकेट कुलदीप पाठक ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर बेंच के समक्ष लेक्चरर के सस्पेंशन को चुनौती दी थी।

बता दें कि 29 अप्रैल को मध्य प्रदेश में पहले चरण के मतदान के दौरान राजेश्वर शास्त्री मुसलगांवकर ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा था, ‘बीजेपी 300 के पास और एनडीए 300 के पार।’ इसे चुनावों में लागू आदर्श अचार संहिता का उल्लंघन करार देते हुए एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसका आरोप था कि यह भविष्यवाणी वोटिंग को प्रभावित करेगी।

संस्कृत-वेद-ज्योर्तिविज्ञान विभाग के प्रमुख मुसलगांवकर ने दावा किया था कि उन्होंने यह पोस्ट तुरंत डिलीट कर दी थी और वह किसी खास पार्टी का समर्थन नहीं करते। उनके मुताबिक, एक छात्र ने उनसे पूछा था कि इस बार कौन सी पार्टी जीत सकती है? इसके जवाब में ही उन्होंने यह भविष्यवाणी की थी। मध्य प्रदेश सरकार के हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने यूपी यूनिवर्सिटीज एक्ट 1973 के तहत 55 वर्षीय लेक्चरर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की थी। इसके बाद, मुसलगांवकर को सस्पेंड कर एक अन्य विभाग से अटैच कर दिया गया था।