मध्य प्रदेश में कई पूर्व मंत्रियों और वरिष्ठ अफसरों के सेक्स स्कैंडल और हनी ट्रैप में लिप्त होने का खुलासा होने से राज्य में हड़कंप मचा हुआ है। मामला विशेष जांच दल (SIT) के पास पहुंचने पर जांच-पड़ताल शुरू हुई तो परत-दर-परत तार खुलने लगा। इस केस की मुख्य सरगना श्वेता जैन ने पूछताछ में बताया कि वह निम्न-मध्य वर्गीय परिवारों की कालेज जाने वाली लड़कियों को लक्जरी लाइफ, पैसा, शोहरत और नौकरी दिलाने के नाम पर अपने जाल में फंसाती है। बाद में उन्हें जलालत भरी बदनाम जिंदगी जीने को मजबूर कर देती है। एसआईटी की मुख्य सदस्य इंदौर की महिला एसएसपी रुचिवर्धन सिंह ने बताया कि श्वेता और आरती कालेज जाने वाली लड़कियों पर निगाह लगाए रहती हैं
सरकारी कांट्रैक्ट हथियाना मुख्य उद्देश्य पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि लड़कियों को सेक्स स्कैंडल के जाल में फंसाकर मंत्रियों और अफसरों से करोड़ों रुपए के सरकारी कांट्रैक्ट लेना उसका मुख्य उद्देश्य था। वह अपनी सहयोगी आरती दयाल के साथ मिलकर कई बड़े कांट्रैक्ट नामी कंपनियों को दिलाकर उनसे मोटी रकम वसूलती थी। इसके अतिरिक्त लड़कियां उपलब्ध कराकर कई आईएएस-आईपीएस अफसरों को बड़े पदों पर ट्रांसफर कराने में भी मदद करती थी। पूछताछ में श्वेता ने एसआईटी को बताया कि अफसरों की मांग पर वह कालेज जाने वाली लड़कियों को उनके साथ सोने को मजबूर करती थी। उनमें से अधिकतर उसके पिता की उम्र के होते थे।
मोनिका से सामना कराया तो खुला राज एसआईटी ने श्वेता जैन का सामना भोपाल के बाहर की रहने वाली मोनिका से कराया। मोनिका ने एसआईटी के सामने खुलासा किया कि एक प्रतिष्ठित कॉलेज में एडमिशन दिलाने के बहाने वह श्वेता के संपर्क में आई। उसने दावा किया था कि उसका संपर्क राज्य सरकार के बड़े अफसरों से है। मोनिका को समझाने के लिए श्वेता उसे भोपाल में सचिवालय ले गई, जहां उसे तीन बड़े आईएएस अधिकारियों से मिलवाया गया। श्वेता ने इंदौर और भोपाल जाने के लिए मोनिका को एक ऑडी कार भी उपलब्ध कराई।
गरीब पिता ने पढ़ाई के नाम पर मोनिका को भेज दिया पुलिस के मुताबिक शुरुआत में मोनिका ने श्वेता की बात मानने से इंकार कर दिया और अपने घर नरसिंहगढ़ चली गई, लेकिन उसके बाद आरती दयाल उसके पिता हीरालाल से मिली। उनसे कहा कि अगर वह अपनी बेटी को भोपाल भेज देते हैं तो उसका एनजीओ उसकी पढ़ाई का पूरा खर्च वहन करेगा। बाद में खराब आर्थिक संकट से जूझ रहे हीरालाल ने अपनी 18 वर्षीय बेटी को आरती के साथ भोपाल भेज दिया। मोनिका ने बताया कि एक दिन आरती ने एक एमएमएस दिखाया, जिसमें श्वेता एक बड़े अफसर के साथ सेक्स कर रही थी। आरती ने कहा कि टॉप पर पहुंचने के लिए यह सब करना पड़ता है।
इंजीनियर के साथ सोने को विवश किया फिर तीन करोड़ वसूले मोनिका ने बताया कि इस साल 30 अगस्त को आरती और उसकी सहयोगी रूपा उसे एक लक्जरी कार में इंदौर ले आई और एक बड़े होटल में रखा। अगली शाम 60 वर्ष के एक बड़े इंजीनियर हरभजन सिंह से उसको मिलवाया। बाद में मोनिका को पूरी रात उस इंजीनियर के साथ बिताना पड़ा। उसने उसके साथ सेक्स किया। आरती ने इसका वीडियो भी बना लिया और बाद में इस वीडियों के नाम पर श्वेता ने इंजीनियर हरभजन से तीन करोड़ रुपए मांगे। उसने मोनिका को भी धमकाया कि घर वालों को बताई तो वीडियो वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।

