मध्य प्रदेश में चल रहे सरकारी किल कोरोना अभियान के दौरान संविदा पर नियुक्त एक महिला डॉक्टर पर ड्यूटी के दौरान घर-घर जाकर ईसाई धर्म का प्रचार करने का आरोप लगा है। महिला डॉक्टर का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह लोगों से कह रही हैं कि ईसा मसीह की प्रार्थना करो तो तुम्हें कोरोना नहीं होगा।
वायरल वीडियो में महिला डॉक्टर लोगों से कह रही हैं कि ईसा मसीह की प्रार्थना करो तो तुम्हें कोरोना नहीं होगा और यदि होगा भी तो तुम ठीक हो जाओगे। यह घटना रतलाम जिले के आदिवासी अंचल बाजना गांव में शनिवार की है। इसके बाद शनिवार को हिंदू संगठन के सदस्यों ने बाजना पुलिस थाने पहुंचकर इसकी शिकायत की। हालांकि, इस संबंध में अभी तक महिला डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया है।
क्या कोरोना वायरस को धर्म परिवर्तन का वायरस मार देगा ? हम तो डॉक्टर और हेल्थ वर्कर में ही भगवान देख रहे है परन्तु दवाई की जगह धर्म परिवर्तन की घुट्टी पिलाने वाले कतई बर्दास्त नही । 1/1@RSSorg@SuhasBhagatBJP@HitanandSharma @Ashutosh4BJP @anilscribe @rajneesh4n pic.twitter.com/ldSIz2Wlv2
— Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) May 23, 2021
कथित वीडियो के अनुसार, इंदौर निवासी बीएएमएस डिग्री धारक डॉ. संध्या तिवारी फरवरी से बाजना में पदस्थ हैं। किल कोरोना अभियान के तहत सर्वे करने वाली टीम में शामिल होकर वह घर-घर जा रही थीं और लोगों को दवाओं और भोजन के बारे में समझाने के साथ पर्चे दिखा कर ईसाई धर्म का प्रचार कर रही थीं। वह पर्चे बांटने के साथ लोगों को समझा रही थी कि ‘‘ईसा मसीह की प्रार्थना करो तो निगेटिव हो जाओगे। मैंने भी प्रार्थना की है। मुझे लाभ मिला है। तुम्हें भी मिलेगा।’’
संध्या के पास मिला पर्चा आधा फोटोकॉपी और आधा हाथ से लिखा है। उस पर एक हिस्से में हाथ से प्रभु यीशु की प्रार्थना लिखी है। फोटोकॉपी में ईसाई धर्म प्रचार करने वाले चैनलों के प्रोग्राम की जानकारी है। पर्चे में हाथ से इंटरनेट पर ईसाई धर्म का प्रचार कर रही वेबसाइटों के वेब एड्रेस, यू-ट्यूब चैनल की जानकारी, हेल्पलाइन नंबर लिखे हैं।
बाजना तहसीलदार बी एस ठाकुर ने बताया, ‘‘ईसाई धर्म का प्रचार किए जाने की शिकायत मिलने पर उक्त महिलाकर्मी का बयान दर्ज किया गया है। उसके पास से पर्चे भी मिले हैं। प्रकरण में जांच प्रतिवेदन तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा जा रहा है।’’ वहीं, बाजना थाना प्रभारी दिलीप राजोरिया ने बताया, ‘‘जांच में तथ्य सामने आने पर प्रकरण दर्ज किया जाएगा।’’
(भाषा इनपुट के साथ)