मध्यप्रेदश में भारतीय जनता पार्टी को मिली हार के बाद पार्टी के नेताओं ने समीक्षा बैठक की। जिसमें नेताओं ने राज्य में मिली हार के कारणों पर चर्चा की। इस बैठक में नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के द्वारा आभार यात्रा निकालने पर भी सवाल उठाया। पूर्व सांसद सघुनंदन शर्मा ने कहा कि जब हमें बहुमत ही नहीं मिला तो आभार यात्रा किस लिए? बता दें, इस बैठक में संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी भी मौजूद थे।

नेता बोले, किसानों की नाराजगी ने हराया चुनाव-

खबरों के मुताबिक बैठक में रघुनंदन शर्मा ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा ‘चुनाव में हम जैसे लोगों को पूछा तक नहीं गया। महामंत्री रामलाल ने एक दिन फोन किया और नाराज संतों को मनाने का काम सौंप दिया, मैं और माखन संतों से मिलने के लिए चित्रकूट गए थे, जब हम वहां से वापस लौटे तो किसी ने हमसे रिपोर्ट तक नहीं मांगी।’ इसके साथ ही नेताओं ने टिकट बंटवारे को लेकर सवाल उठाए। पूर्व विधायक रमेश शर्मा ने कहा कि टिकट बंटवारा ठीक तरह से नहीं किया गया। जब सर्वे कराए गए थे तो सर्वे के हिसाब से ही टिकट दिया जाता। वहीं कई अन्य नेताओं ने कहा कि हमारे खिलाफ किसानों की नाराजगी थी जिसका हमें नुकसान हुआ।

इस मीटिंग के दौरान कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं की सीटों पर फोकस करने की बात कही गई है। इसके साथ ही जिन सीटों पर बीजेपी को बढ़त मिली है उन सीटों पर पार्टी खास रणनीति के तहत काम करेगी। बता दें, मध्य प्रदेश में इस बार 15 सालों के बाद कांग्रेस की सरकार बनी है। इस बार राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114 सीटें मिली है। मयावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी और निर्दलीय विधायकों की मदद से कांग्रेस ने राज्य में सरकार बनाई है। कांग्रेस पार्टी ने राज्य में सरकार बनाने के बाद किसानों से किए कर्जमाफी वाले वादे को पूरा किया है। वहीं हार मिलने के बाद भी राज्य में शिवराज सिंह चौहान लगातार लोगों से मिल रहे हैं और 2019  लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं।