इराम सिद्दीकी

इसी साल सितंबर में नामिबिया से लाए गए चीतों को पीएम मोदी ने सितंबर माह में मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। पार्क में बने इनके आशियाने में 50 से अधिक दिन क्वारंटीन में गुजारने के बाद इनमें से दो चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया है। बता दें कि बाकी बचे छह चीतों को भी चरणबद्ध तरीके से बड़े बाड़ों में छोड़ा जाएगा। वहीं क्वारंटीन से निकलकर बड़े बाड़े में जाने के बाद दोनों चीतों ने अपना पहला शिकार किया है।

द इंडियन एक्सप्रेस ने वन विभाग के अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि चीतों ने रविवार और सोमवार की सुबह 6 बजे के बीच चीतल या चित्तीदार हिरण का शिकार किया है। चीतों में फ्रेडी और एल्टन पहली जोड़ी को 5 नवंबर को लगभग 50 दिनों के लिए अलग रहने के बाद बड़े बाड़े में छोड़ा गया था।

वन के वरिष्ठ अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि 24 घंटों के भीतर अपनी पहला शिकार करने वाले चीते को लेकर जो उम्मीदें थी, वे उससे भी आगे हैं। इनके शिकार करने के तरीकों से पता चलता है कि ये बिल्कुल फिट हैं और इन चीतों के क्वारंटाइन में समय बिताने के दौरान इनकी मांसपेशियों की ताकत कमजोर होने की चिंता निराधार है।

बता दें कि अधिकारी दूसरे चीतों को छोड़ने से पहले कैमरों के जरिए लगभग दो दिनों तक दो चीतों की निगरानी करेंगे। गौरतलब है कि 1947 में आखिरी बार मारे जाने के बाद 1952 में भारतीय धरती पर चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया था। ऐसे में भारत सरकार ने चीतों के संरक्षण को लेकर अभियान शुरू किया। प्रोजेक्ट चीता के तहत सरकार ने सितंबर माह में आठ बिग कैट्स को नामिबिया से भारत लेकर आई। जिसमें पांच मादा और तीन नर चीता शामिल हैं।

मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को मध्य प्रदेश के कूनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में तीन चीतों को छोड़ा था और इसे ऐतिहासिक क्षण बताया था। वहीं दो चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ने को लेकर शनिवार(6 नवंबर) को प्रधानमंत्री मोदी प्रसन्नता व्यक्त की।

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “अच्छी खबर है! मुझे पता चला है कि क्वारन्टीन समय खत्म होने के बाद, 2 चीतों को कूनो में एक बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है। बाकी बचे चीतों को भी जल्द ही रिहा किया जाएगा। मुझे खुशी हुई कि सभी चीते स्वस्थ हैं, सक्रिय हैं।