UP News: सहारा सिटी… जो कभी देश के सुपरस्टार्स से लेकर खिलाड़ियों, उद्योगपतियों और राजनेताओं को होस्ट करने के लिए मशहूर थी, उस 170 एकड़े से ज्यादा की जमीन पर बसी सहारा सिटी को लखनऊ नगर निगम ने अपने कब्जे में लेते हुए सील कर दिया है। लखनऊ नगर निकाय ने उस एन्क्लेव के सभी छह द्वारों को सील कर दिया, जिसमें सहारा इंडिया परिवार के दिवंगत संस्थापक और अध्यक्ष सुब्रत रॉय का आलीशान आवास, लक्जरी गेस्टहाउस, एक हेलीपैड, एक पेट्रोल पंप, थिएटर और ऑडिटोरियम स्थित हैं।
नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार यह 170 एकड़ से ज्यादा की ज़मीन मूल रूप से 1995 में उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुलायम सिंह यादव सरकार द्वारा लीज़ डीड और लाइसेंस समझौते के तहत सहारा इंडिया कमर्शियल कॉर्पोरेशन लिमिटेड को 30 साल के लिए पट्टे पर दी गई थी। ऐसे समझौते की शर्तों के कथित उल्लंघन का हवाला देते हुए लखनऊ नगर निगम ने पहले कंपनी को परिसर खाली करने का नोटिस जारी किया था।
वीवीआईपी ही देख पाए थे अंदर के नजारे
बता दें कि गोमती नगर के विपुल खंड इलाके में स्थित यह परिसर वर्षों तक लखनऊवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा था क्योंकि उन्हें इसके विशाल प्रवेश और निकास द्वारों की केवल एक झलक ही मिल पाती थी, जिनके बीच भारत माता की एक मूर्ति स्थापित थी और ऊपर “सहारा इंडिया परिवार” का बोर्ड लगा था।
वहीं इसके अंदर क्या है, यह हमेशा ही एक बड़ी आबादी के लिए रहस्य ही रहा, जहां केवल भारत के वीवीआईपी ही जा पाते थे। इनमें राजनेता, फिल्मी सितारे, खिलाड़ी और उद्योगपति शामिल थे।
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यहीं होते थे सहारा ग्रुप के भव्य इवेंट्स
इस परिसर में भव्य और सितारों से भरे कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे जिनमें अक्सर देश के सबसे प्रभावशाली व्यक्ति शामिल होते थे, जिन्हें बैटरी से चलने वाली गाड़ियों में लाया-ले जाया जाता था। जब सहारा समूह अपनी सफलता के चरम पर था, तो सहारा शहर को एक राजनीतिक केंद्र माना जाता था, जहां महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाते थे।
इसके सबसे भव्य समारोहों में से एक 2004 में रॉय के बेटों, सुशांतो और सीमांतो की शादी थी, जो एक हफ़्ते से भी ज़्यादा समय तक चली थी। मेहमानों की सूची में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, तत्कालीन उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, मुलायम सिंह यादव, अभिनेता अमिताभ बच्चन और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर सहित कई हस्तियां शामिल थीं।
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सेबी की कार्रवाई के बाद फीकी पड़ी चमक
निवेशकों का पैसा न लौटाने के आरोप में सेबी द्वारा उनके व्यावसायिक समूह पर की गई कार्रवाई के बाद 2014 में सुब्रत रॉय सहारा की गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद से ही इस सिटी की चमक फीकी पड़ी थी। इस संपत्ति की चमक फीकी पड़ने लगी। बताया जाता है कि उसके बाद परिवार ने काफ़ी समय विदेश में बिताया। रॉय, जो कुछ समय से बीमार थे, का 14 नवंबर, 2023 को निधन हो गया।
हाल ही में, सहारा इंडिया ने सहारा शहर सहित अपनी कुछ संपत्तियों को बेचने की अनुमति के लिए सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। हालांकि एलएमसी ने यह कहते हुए हस्तक्षेप किया कि यह ज़मीन कंपनी की नहीं बल्कि पट्टे पर थी। सीलिंग अभियान के बाद जारी एक बयान में, एलएमसी ने कहा कि उसे कंपनी द्वारा लीज़ शर्तों के उल्लंघन की कई शिकायतें मिली हैं।
एक समिति ने दस्तावेज़ों और संबंधित अदालती मामलों की समीक्षा की और कानूनी एवं प्रशासनिक कार्रवाई की सिफ़ारिश की। समिति की सलाह पर अमल करते हुए, नगर आयुक्त गौरव कुमार ने जोनल अधिकारी संजय यादव, संपत्ति प्रभारी रामेश्वर प्रसाद और नगर निगम के तहसीलदार को सीलिंग की कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया।