लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी की लिस्ट में वाराणसी से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, गुजरात के गांधीनगर से गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के लखनऊ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित 30 अन्य मंत्री शामिल हैं। खासतौर पर अगर नज़र डालें मध्यप्रदेश पर तो यहां से पार्टी ने 6 सांसदों के टिकट काट दिए हैं।
ऐसा माना जाता है कि नाथूराम गोडसे की तारीफ से जुड़े बयान की वजह से प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल लोकसभा सीट से दोबारा टिकट नहीं मिला है और उनके साथ- केपी यादव (गुना), राजबहादुर सिंह (सागर), जेएस डामोर (रतलाम), रमाकांत भार्गव (विदिशा) और विवेक शेजवलकर (ग्वालियर) के टिकट भी कटे हैं।
भाजपा ने राज्य की 29 लोकसभा सीटों में से 24 पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पिछली बार पार्टी ने एक को छोड़कर बाकी सभी सीटें जीती थीं।
प्रज्ञा ठाकुर को क्यों नहीं मिला टिकट?
बीजेपी की भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर तब काफी चर्चा में आई थीं जब उन्होंने महात्मा गांधी को गोली मारने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त बता दिया था। इसके बाद देशभर में काफी सियासी बवाल हुआ।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 के आम चुनाव के आखिरी चरण के मतदान से पहले एक टीवी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि वह प्रज्ञा ठाकुर को कभी माफ नहीं कर पाएंगे।
पीएम ने कहा था,”गांधीजी या नाथूराम गोडसे के बारे में जो बयान दिए गए हैं, वे बहुत बुरे हैं और समाज के लिए बहुत ग़लत हैं। हालांकि उन्होंने माफी मांगी है, लेकिन मैं उन्हें कभी भी पूरी तरह माफ नहीं कर पाऊंगा।”
बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि वजह सिर्फ इतनी ही नहीं है बल्कि प्रज्ञा ठाकुर को उनके खराब प्रदर्शन के रहते भी टिकट नहीं दिया गया है।
जब मीडिया ने प्रज्ञा ठाकुर से टिकट ना मिलने पर सवाल किया तो भोपाल सांसद ने कहा,”मैंने कभी भी विवादास्पद टिप्पणी नहीं की है। मैंने हमेशा सच बोला है, लेकिन अगर मेरे किसी भी शब्द से हमारे प्रधानमंत्री को ठेस पहुंची हो और उन्होंने यह कहा हो कि वह मुझे कभी माफ नहीं करेंगे, तो मेरा ऐसा इरादा कभी नहीं था। मैंने ऐसा दोबारा कभी नहीं किया।”
ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना से मैदान में
ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी पारिवारिक सीट गुना से चुनाव लड़ रहे हैं। 2019 के आम चुनावों में इस ही सीट से सिंधिया ने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था और वह केपी यादव से 1.25 लाख वोटों हार गए थे। केपी यादव का टिकट कटने पर भी काफी चर्चाएं सामने आ रही हैं। मजबूत यादव वोट होने के बावजूद केपी यादव के टिकट काटे जाने पर भी कई तरह की सियासी चर्चाएं आम हैं।
जिन अन्य मौजूदा सांसदों को मैदान में नहीं उतारा गया है। उनमें सागर लोकसभा से से राजबहादुर सिंह के टिकट कटने की वजह उनका खराब प्रदर्शन माना जा रहा है।
जबकि रतलाम से जीएस डामोर के टिकट कटने की वजह उनपर लग रहे करप्शन के आरोपों को बताया जा रहा है। विदिशा से पूर्व सीएम शिवराज सिंह मैदान में हैं और यहां से रमाकांत भार्गव का टिकट काटा गया है।
