इस्लामिक स्कॉलर रिज़वान अहमद ने न्यूज18 पर चल रही एक टीवी डिबेट के दौरान सपा प्रवक्ता से कहा कि संविधान के हर चैप्टर में प्रभु राम और कृष्ण दिखाए गए हैं। इस हिंदू संस्कृति को सलाम करो। इस मुद्दे को लेकर इस्लामिक स्कॉलर और सपा प्रवक्ता अमीक़ जामेई भिड़ गए।
मुस्लिम स्कॉलर रिज़वान अहमद ने कहा कि यह हिंदुस्तान का सेक्युलरिज्म है कि एक पार्टी का मुखिया अखिलेश यादव है। उसका प्रवक्ता मुसलमान होते हुए पूजा-पाठ को पाखंड बोले रहा है। न ये पार्टी से सस्पेंड किया जाएगा और न ही इसके खिलाफ कोई मुकदमा होगा। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ भारत का सेक्युलरिज्म है। इस तरह का सेक्युलरिज्म पूरी दुनिया में नहीं मिल सकता।
रिजवान ने सपा प्रवक्ता से कहा कि जो अभी मोदी जी ने पूजा-पाठ किया है। यह वही पूजा-पद्धति और संस्कृति है, जो देश को सेकुलर रखे हुए है। इस पूजा पद्धति और संस्कृति को चैलेंज मत करो, अगर चैलेंज करोगे तो तुम भी एक दिन पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे हो जाओगे। उन्होंने सपा नेता से कहा कि तुम इस संस्कृति और पूजा-पद्धति को सलाम करो। उसको पाखंड न करो।
इस्लामिक स्कॉलर ने कहा कि अगर अखिलेश यादव में औकात है तो तुमको पूजा पद्धति को पाखंड बोलने के लिए सस्पेंड करना चाहिए, लेकिन उसमें सेक्युलरिज्म के नाम पर और अपीजमेंट के नाम पर इतनी औकात नहीं होगी कि वो तुमको सस्पेंड कर दें। उन्होंने सपा प्रक्वता से कहा कि तुम अखिलेश यादव के तलवे चाटो तो किसी के आदमी नहीं हो। रिजवान ने कहा कि संविधान के हर चैप्टर में प्रभु राम और कृष्ण दिखाए गए हैं। इस हिंदू संस्कृति को सलाम करो।
रिजवान ने सपा प्रवक्ता से कहा कि इस्लामिक संस्कृति अगर बन गई तो इस देश का हाल पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सीरिया, ईरान, ईराक और सूडान जैसा होगा। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के साथ रहो, इसी में आने वाली नस्लों की भलाई हो। उन्होंने एंकर से कहा कि इस सपा प्रवक्ता को डिबेट से बाहर निकालो, जो हिंदू पूजा-पद्धति को पाखंड बोलता है।