Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने पीलीभीत सीट से अभी तक किसी भी प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया है, लेकिन चर्चा है कि भाजपा इस बार वरुण गांधी को टिकट नहीं देगी। इन्हीं चर्चाओं के बीच पीलीभीत से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। खबर है कि वरुण गांधी के प्रतिनिधि ने पीलीभीत से सांसद के नामांकन का पर्चा खरीदा है। बताया जा रहा है कि वरुण गांधी के प्रतिनिधि दिल्ली से आए थे। उन्होंने चार सेट नॉमिनेशन पेपर खरीदे और दिल्ली चले गए।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा से टिकट ने मिलने पर वरुण गांधी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पीलीभीत से पर्चा दाखिल करने की तैयारी में हैं। ऐसे में अगर भाजपा ने पीलीभीत से वरुण गांधी को टिकट नहीं दिया तो इस बात की पूरी संभावना है कि वरुण गांधी निर्दलीय उम्मीदवार तौर पर नामांकन कर सकते हैं।

हालांकि, लोकसभा सीटों पर नाम को लेकर अभी की पीएम मोदी अध्यक्षता में सीईसी की बैठक होनी बाकी है। इस बैठक में तय होगा कि वरुण को टिकट मिलेगा या नहीं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश स्तर के सभी भाजपा नेताओं ने कोर कमेटी की बैठक में वरुण गांधी को टिकट दिए जाने का विरोध किया है।

बता दें, पीलीभीत लोकसभा सीट के लिए पहले चरण में वोटिंग होनी है। इसके लिए आज से नॉमिनेशन शुरू हो चुके हैं, लेकिन अब तक भाजपा और सपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इस सीट से वरुण गांधी सांसद हैं। लेकिव पिछले कुछ साल वरुण गांधी राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों का कई मौकों पर विरोध करते हुए नजर आए हैं। जिससे बीजेपी से उनकी नाराजगी जगजाहिर है। लेकिन इतना जरूर है कि पिछले कुछ समय से वरुण गांधी अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से पीएम मोदी की पोस्ट को रिपोस्ट करते रहते हैं।

मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संकेत दिए थे कि लोकसभा चुनाव में वरुण गांधी को समाजवादी पार्टी से टिकट दिया जा सकता है। अखिलेश यादव यहां व्यापार सभा की बैठक में आए थे। इस दौरान उनसे वरुण गांधी को लेकर सवाल किया गया।

वरुण गांधी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा था कि वो भाजपा का मसला है कि किसको टिकट देती है और किसको नहीं। हमारी कमेटी हर चीज पर विचार करती है। यानी साफ है कि वरुण गांधी के लिए समाजवादी पार्टी ने दरवाजे खोलकर रखे हैं और पार्टी राजनीतिक हालात पर नजर रख रही है।