लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी की नज़रें कर्नाटक पर है। ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी और जनता दल (सेक्युलर) ‘एक्सचेंज फॉर्मूला’ पर काम रही है। ठीक वैसे ही जैसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने आरएलडी और अन्य दलों के साथ मिलकर किया था। ‘एक्सचेंज फॉर्मूला’ यानी बीजेपी के सिंबल पर JDS का प्रत्याशी और JDS के सिंबल पर BJP का प्रत्याशी मैदान में उतरेगा।
क्या है बीजेपी का प्लान?
सूत्रों के मुताबिक पुराने मैसूर क्षेत्र में कम से कम तीन लोकसभा सीटों के लिए यह फॉर्मूला BJP-JDS के बीच बन सकता है। जहां बीजेपी 2019 के अपने प्रदर्शन को दोहराना चाहती है। पार्टी ने तब क्षेत्र की तीन सीटों को छोड़कर बाकी सभी सीटें जीत ली थीं और राज्य की 28 लोकसभा सीटों में से 25 सीटें हासिल की थीं।
किन नामों पर है चर्चा?
इस फोर्मूले के तहत जिन नामों पर चर्चा चल रही है उनमें पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के 66 वर्षीय दामाद सी एन मंजूनाथ का नाम भी शामिल है। उन्हें मगलुरु उत्तर या बेंगलुरु ग्रामीण सीट से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारे जाने की संभावना है। सी एन मंजूनाथ ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वह अभी भी अपनी उम्मीदवारी को लेकर दुविधा में है।
उन्होंने कहा, “मैं लगभग एक हफ्ते में अपना फैसला बता दूंगा। दोनों पार्टियों (भाजपा और जेडीएस) के लोगों ने मुझसे संपर्क किया और उम्मीदवार के रूप में मेरा नाम आगे बढ़ाया। मैं अपने परिवार के सदस्यों के साथ इस मामले पर चर्चा करने के बाद फैसला करूंगा।”
JDS के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि मंजूनाथ का नाम भाजपा की लिस्ट में शामिल हो सकता है। बीजेपी ने हाल ही में 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी की जिसमें कर्नाटक से एक भी उम्मीदवार शामिल नहीं था। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक 8 मार्च को होने की संभावना है जिसके बाद उम्मीदवारों की एक और लिस्ट घोषित होने की संभावना है।
JDS नेता और पूर्व मंत्री सा रा महेश (Sa Ra Mahesh) और भाजपा नेता वी सोमन्ना के नाम भी चर्चा में हैं। भाजपा महेश को मैसूर-कोडागु लोकसभा सीट से मैदान में उतार सकती है।