Lok Sabha Election 2019: देश की राजधानी दिल्ली सिर्फ सात लोकसभा सीटों के बावजूद सियासी दंगल में बेहद अहम है। पिछले एक अरसे से ऐसा संयोग बन रहा है कि लोकसभा चुनाव में दिल्ली वाले उसी पार्टी को जीत दिला रहे हैं जिसकी सरकार बनती है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पांच साल पहले दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी। हालांकि एक साल बाद जब दिल्ली में विधानसभा चुनाव हुआ, तो मतदाताओं ने बीजेपी को झटका दिया और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी। 1998 और 2004 में ही ऐसा मौका आया है, जब सिर्फ एक सीट पर उस पार्टी को जीत नहीं मिल पाई जिसने केंद्र में सरकार बनाई।
2014: दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। यहां कांग्रेस सातों सीटों पर तीसरे नंबर पर रही थी, जबकि आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर। 2014 में केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी थी। साल 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप को 29.49 फीसदी वोट मिले। वहीं साल 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का वोट शेयर बढ़कर 32.09 फीसदी तक पहुंचा था।
2009: इस चुनाव में दिल्ली की सातों सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। वहीं केंद्र में भी मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए की सरकार बनी थी, जिसमें कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी थी।
2004: कांग्रेस ने यहां की सात में छह सीटें जीत ली थीं। सिर्फ एक सीट पर उसे हार का सामना करना पड़ा था और अटल बिहारी के नेतृत्व में लड़ी बीजेपी को केंद्र में हार का सामना करना पड़ा था। तब मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए ने सरकार बनाई थी।
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1999: लोकसभा चुनाव 1999 में बीजेपी ने दिल्ली की सभी सीटें जीतीं। तब केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।
1998: इस चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली की सात में से छह सीट लोकसभा सीटें जीती थीं। तब अटल बिहारी ने कई दलों को मिलाकर एनडीए की सरकार बनाई थी। हालांकि वह सरकार 13 महीने ही चली थी।
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शीला दीक्षित को हरायाः सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और एनजीओ इंडिया अगेंस्ट करप्शन के नेतृत्व में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से जन्मी आम आदमी पार्टी ने 2013 के दिल्ली में विधानसभा चुनाव में अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। भारतीय राजस्व सेवा के पूर्व अधिकारी और आरटीआई कार्यकर्ता से नेता बने अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से तीन बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हरा दिया था।

