Election Results 2019: लोकसभा चुनाव 2019 में जबरदस्त हार के बाद समाजवादी पार्टी अपनी खामियां पकड़ने में जुटी इसके अलावा पार्टी में जबरदस्त उठापटक चल रही है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सभी यूथ फ्रंटल संगठनों को भंग कर दिया है और पार्टी अब बड़े बदलाव की तैयारी में है। नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक समाजवादी छात्र सभा, समाजवादी युवजन सभा, मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड और लोहिया वाहिनी को भंग कर दिया है। हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन बताया जा रहा है कि इनके सभी पदाधिकारी हटा दिए गए हैं।

पुराने चेहरों को मिल सकती है तवज्जो: दो बार से पराजय झेल चुके अखिलेश यादव अब युवा जोश और अनुभव का समीकरण ठीक करने में जुटे हैं। खबरों की माने तो अखिलेश पुराने चेहरे को तवज्जो दे सकते हैं। पार्टी नेताओं के कहना है कि चाटुकारों के चलते सपा यह चुनाव हार गई।  पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह, योगेश प्रताप सिंह, अहमद हसन, लीलावती कुशवाहा, रेहान नईम सहित कई नेता से अखिलेश यादव ने मिलकर बातचीत की।बैठक में चर्चा जोरों पर रही कि प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम को हटाया जा सकता है। उनकी जगह ओमप्रकाश को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा भी रही। पार्टी का मीडिया पैनल उन्होंने पहले ही भंग कर दिया था।

बुरा रहा सपा के लिए गठबंधन: गौरतलब है कि इस बार समाजवादी पार्टी के लिए यह चुनाव काफी निराशा भरा रहा। अखिलेश यादव के परिवार से डिंपल यादव भी सीट हार गईं सिर्फ अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव को जीत मिली। मुलायम सिंह यादव  की जीत का अंतर भी काफी कम रहा। वहीं सपा-बसपा के गठबंधन की बात करें तो सपा-बसपा मिलाकर सिर्फ 15 सीटें जीत पाईं। समाजवादी पार्टी को सिर्फ पांच सीटें ही हासिल हुई जबकि बसपा को 10 सीटें मिली। पार्टी में इस बात पर भी चर्चा है कि बसपा ने सपा का इस्तेमाल किया है।