राजस्थान के अलवर जिले में 300 साल पुराने मंदिर को तोड़े जाने को लेकर सियासी घमासान जारी है। मंदिर पर बुलडोजर चलाने के मामले पर कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर आरोप लगा रही है। बीजेपी का कहना है कि सरकार तुष्टीकरण और वोट बैंक बनाए रखने के लिए मंदिरों को निशाना बना रही है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी धार्मिक भावना भड़का कर माहौल खराब कर रही है, बीजेपी ने मंदिर गिरवाएं हैं, कांग्रेस ने नहीं।

इन आरोप-प्रत्यारोप के बीच पांच दिन बाद जब बीजेपी का प्रतिनिधि मंडल मंदिर तोड़ने वाली जगह पर पहुंचा तो लोगों ने बीजेपी मुर्दाबाद के नारे लगाए। अलवर पहुंचे बीजेपी सांसद बालकनाथ के पीछे चल रही भीड़ लगातार बीजेपी मुर्दाबाद के नारे लगा रही थी। मंदिर गिराने के इस फैसले के बाद सीधा सवाल ये उठ रहा है कि जिस नगर पालिका बोर्ड में मंदिर गिराने का फैसला हुआ है वहां भारतीय जनता पार्टी सत्ता में थी, ऐसे में जिम्मेदार कौन हुआ? ये सवाल बीजेपी से सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि पीड़ित लोग भी पूछ रहे हैं।

एक-दूसरे पर आरोप: किसी तरह भीड़ के गुस्से से बच कर निकले तीनों बीजेपी सांसदों ने मंदिर तोड़ने का ठीकरा कांग्रेस के सिर पर फोड़ा। बीजेपी सांसद सुमेधानंद ने कहा कि जिस तरह बर्बरतापूर्वक मूर्तियों को तोड़ा गया है, ऐसा तैमूर और औरंगजेब के जमाने में होता था। उन्होंने मामले की निष्पक्ष और तथ्यात्मक जांच के लिए पांच सदस्यों की एक कमेटी बनाने की मांग की।

जनता सबक सिखाएगी: राजगढ़ पहुंचे बीजेपी सांसद बालकनाथ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “मानवीयता का चीर हरण करती हुई यह राजस्थान सरकार है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के प्रशासन का दर्दनाक अमानवीय चेहरा , जानवरों की तरह स्थानीय लोगों को गाली गलौज करते हुए गाड़ी में भरती हुई पुलिस। दोष सिर्फ इतना है कि अपने टूटे हुए घरों के लिए न्याय की गुहार लगा रहे थे। मुख्यमंत्री जी स्मरण रखे आज आप चाहे जितना जुल्म कर ले जनता आपको आने वाले दिनों में अवश्य सबक सिखाएगी।”

दोबारा स्थापित होंगी मूर्तियां: वहीं दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि जो भी मूर्तियां मंदिर में लगी थीं उन्हें खुद मंदिरवालों ने विधिपूर्वक हटाया था। उन्होंने कहा कि जो भी मूर्तियां बीजेपी मंडल ने हटाई हैं उन्हें विधि-विधान से दोबारा स्थापित करने के निर्देश हमने जिला प्रशासन को दे दिए हैं। एक तरफ बीजेपी कह रही है कि मंदिर कांग्रेस ने तुड़वाया जबकि कांग्रेस का कहना है कि मंदिर नगर पालिका ने गिराया है, जिस पर बीजेपी काबिज है।

क्या है मामला: राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ़ में 300 साल पुराने मंदिर की छत और खंभों को बुलडोजर से तोड़ दिया गया है। इस कार्रवाई में शिवलिंग को भी क्षति पहुंची है। मंदिर के पुजारी और ब्रजभूमि विकास परिषद ने राजगढ़ थाने में कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा और एसडीएम समेत तीन लोगों के खिलाफ प्रशासन के सहयोग से मंदिर गिराने का मामला दर्ज कराया है। शिकायत में लिखा है कि 17 अप्रैल को सालों पुराने मंदिर को बुलडोजर से गिरा दिया गया। उसके गुंबद को गिराकर शिवलिंग को कटर से नष्ट कर दिया गया। शिकायत के अनुसार, अधिकारियों ने ऐसे तीन मंदिरों को ध्वस्त किया है।