दिल्ली में आप और उपराज्यपाल के बीच की लड़ाई अब लीगल नोटिस तक पहुंच गई है। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को लीगल नोटिस भेजा है। उन्होंने कथित झूठे आरोप लगाने के मामले में राज्यसभा सांसद संजय सिंह, आतिशी और दुर्गेश पाठक समेत आप के कई नेताओं के खिलाफ लीगल नोटिस भेजकर 48 घंटे में जवाब देने को कहा है।
इन नेताओं के खिलाफ जारी किया गया नोटिस
वकील वाणी दीक्षित की तरफ से यह नोटिस जारी किया गया है। इसमें उपराज्यपाल ने आप नेताओं पर झूठी खबरें फैलाने और उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया है। जिन नेताओं के खिलाफ नोटिस भेजा गया है, उनमें संजय सिंह, आतिशी मार्लेना, दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज और जैस्मीन शाह समेत अन्य कई नेता शामिल हैं।
क्या है आप नेताओं का आरोप
आप नेताओं ने एलजी विनय कुमार सक्सेना पर प्रतिबंधित नोट बदलने का आरोप लगाया है। आप विधायक दुर्गेश पाठक ने दिल्ली विधानसभा में आरोप लगाया कि साल 2016 में खादी ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष पद पर रहते हुए अपने कार्यकाल में विनय सक्सेना ने कथित रूप से प्रतिबंधित नोटों को बदला था। उन्होंने कहा कि एलजी ने अपने कर्मचारियों पर 1400 करोड़ रुपए के पुराने नोट बदलने के लिए दबाव डाला था।
इसके अलावा, एलजी सक्सेना पर केवीआईएस के अध्यक्ष पद पर रहते हुए पद का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया गया। उन पर आरोप है कि इस पद पर रहते हुए उन्होंने एक खादी लाउंज की इंटीरियर डिजाइनिंग का ठेका अपनी बेटी शिवांगी सक्सेना को दिया था।
बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में इसे लेकर सियासी माहौल गर्माया हुआ था। एलजी के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग को लेकर सीबीआई हेडक्वार्टर के बाहर आप नेताओं ने धरना प्रदर्शन किया था।
लीगल नोटिस पर आप का हमला
लीगल नोटिस को लेकर आम आदमी पार्टी की तरफ से बयान जारी किया गया है। पार्टी का कहना है कि अगर उपराज्यपाल ने कुछ गलत नहीं किया है तो वह सीबीआई के छापे और जांच से इतना डरते क्यों हैं।
