बिहार की महागठबंधन (जदयू-राजद-कांग्रेस) सरकार में शामिल राजद के कुछ नेताओं के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ की गई टिप्पणी और उसको लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद तथा नीतीश से स्थिति स्पष्ट करने की मांग करने पर सोमवार (23 मई) को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए लालू ने विपक्ष को हताश और निराश बताया और दावा किया कि महागठबंधन अटूट है। लालू ने ट्वीट कर सोमवार (23 मई) को कहा ‘महागठबंधन की लोकप्रियता से विपक्ष पूरी तरह हताश, उदास और निराश है। हम आरएसएस, भाजपा, पासवान जी (लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान) और मांझी जी (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर प्रमुख) की महागठबंधन को लेकर बेचैनी को बारीकी से देख रहे हैं। हमारे यहां सब चुस्त-दुरुस्त है। ये लोग बेवजह परेशान है।’
उन्होंने आरोप लगाया ‘रामविलास पासवान जी को डर है कि कहीं उनकी पार्टी और परिवार टूट ना जाए, इसलिए जब देखो उन्हें सांत्वना देते रहते हैं कि ये सरकार ढाई साल चलेगी। आपको बताना चाहते हैं कि महागठबंधन अटूट है। भ्रम मत फैलाएं एनडीए को कोई लाभ नहीं होने जा रहा है। आप सब थके और बुरी तरह हारे हुए लोग हैं।’ लालू ने कहा ‘बिहार चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री समेत सभी केंद्रीय मंत्री, आरएसएस और भाजपा ने बिहार में जंगलराज का दुष्प्रचार और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने की तमाम कोशिश की लेकिन बिहार की न्यायप्रिय जनता ने आप सबों को झाडू करके बाहर फेंक दिया। आप लोग 6 महीने से कोमा में हैं अपनी स्थिति को संभालिए। लोगों को गुमराह मत करिए।’
लालू ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा ‘बिहार के गरीबों, वंचितों, उपेक्षितों, दलितों, पिछड़ों और अकलियत के लोगों ने पूरे विश्वास के साथ महागठबंधन को जो पूर्ण बहुमत दिया है उसे आप लोग पचा नहीं पा रहे है। आप लोग निश्चिंत रहे लोकसभा चुनावों में इससे भी बुरा हाल होने जा रहा है।’ लालू ने कहा ‘महागठबंधन चट्टान की तरह मजबूत है जो भी इस पर छेनी हथौड़ा चलाएगा उसकी छेनी टूट जाएगी। हम अपने दल के लोगों को भी सलाह देते हैं कि बेवजह बयानबाजी से परहेज करें, कोई बात हो तो हमसे साझा करें।’
वहीं लालू के पुत्र और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रदेश के भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा ‘सत्ता अगर हाथ लग रही हो तो मातृभूमि को गाली देना तो छोड़िए, ये मातृभूमि को बर्बाद भी कर देंगे। भाजपा नेता बताए कि क्या देश के किसी दूसरे राज्य में किसी विपक्षी दल ने अपने ही राज्य को जंगलराज की संज्ञा दी है। आलोचना कीजिए पर झूठ की राजनीति मत कीजिए। आपके गड़े हुए जुमले आज आपके ही मजाक का कारण बन गए हैं। बिहार में रहकर बिहार को ही गाली देना भाजपाइयों की आदत बन गई है।’
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़, झारखंड, राजस्थान और हरियाणा में हुए जघन्य अपराधों के आंकड़ों की गगनचुम्बी इमारतें बिहार को बौना बनाती हैं और इनसे भी आगे अपराध के मामले में केंद्र सरकार के अधीन दिल्ली है पर उससे क्या, किसी भी तरह सता हासिल करने में विश्वास करने वालों को तो बस जंगलराज ही दिखाई देता है और सुनाई देता है, वो भी वहां जहां वंचितों और उपेक्षितों के सहयोग से सामाजिक न्याय के साथ विकास का ध्येय लेकर आगे बढ़ने वाली सरकार बनी हो।