बिहार विधानसभा चुनाव में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य हमलावर हो गई हैं। रोहिणी आचार्य ने शनिवार शाम को पटना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब उनका कोई परिवार नहीं है। इससे पहले रोहिणी ने दिन में ही अपने ऑफिशियल X हैंडल पर ट्वीट कर राजनीति और परिवार को छोड़ने का ऐलान किया था।
रोहिणी आचार्य के इन तेवरों से आरजेडी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच हड़कंप का माहौल है और लालू परिवार में बड़े पैमाने पर टूट की आशंका जताई जा रही है।
‘राजनीति छोड़ रही हूं…’, रोहिणी आचार्य ने किया ऐलान
महागठबंधन को मिली 35 सीटें
बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। आरजेडी की अगुवाई वाले महागठबंधन को 35 सीटें मिली हैं। महागठबंधन में शामिल आरजेडी को 25, कांग्रेस को 6, सीपीआई (एमएल) (लिबरेशन) को 2, इंडियन इंक्लूसिव पार्टी और सीपीएम को 1-1 सीट पर जीत मिली है।
रोहिणी आचार्य ने पत्रकारों से कहा, “आप जाकर संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से पूछिए… उन्हीं लोगों ने मुझे परिवार से निकाला है क्योंकि उन लोगों को कोई रिस्पॉन्सबिलिटी नहीं लेनी है… पूरी दुनिया बोल रही है जो चाणक्य बनेगा… तो आप चाणक्य से ही सवाल पूछिएगा, जब कार्यकर्ता चाणक्य से सवाल कर रहा है, पूरा देश-दुनिया सवाल कर रही है कि पार्टी का ऐसा हाल क्यों हुआ।”
आपको गाली दिलवाई जाएगी…
रोहिणी आचार्य ने कहा, “अब जब संजय और रमीज और इन लोगों का नाम लीजिए तो आप लोगों को घर से निकाल दिया जाएगा, आपको बदनाम किया जाएगा, आपको गाली दिलवाई जाएगी, आपके ऊपर चप्पल उठाकर मारा जाएगा।” इससे कुछ देर पहले ही रोहिणी आचार्य पटना में स्थित अपने पिता लालू और मां राबड़ी के घर से बाहर निकल गईं।
साफ दिखाई दे रहा है कि लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रही लड़ाई अब कोई बहुत बड़ा रूप ले सकती है। कुछ महीने पहले लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को परिवार और पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। तेज प्रताप यादव ने इसके बाद जनशक्ति जनता दल का गठन किया और बिहार में 44 सीटों पर उम्मीदवार उतारे।
कौन हैं संजय यादव? जिनकी वजह से लालू परिवार में मच गई कलह, बेटी रोहिणी ने खोला मोर्चा
क्या लालू यादव करेंगे कार्रवाई?
पहले तेज प्रताप यादव और अब रोहिणी आचार्य के द्वारा तेजस्वी यादव के बेहद भरोसेमंद और राज्यसभा सांसद संजय यादव पर हमले किए जाने से बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि क्या लालू प्रसाद यादव संजय यादव के खिलाफ कोई एक्शन लेंगे क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता है तो आरजेडी के भीतर इस्तीफों का दौर शुरू हो सकता है। तेज प्रताप यादव भी कई बार संजय यादव पर निशाना साध चुके हैं। तेज प्रताप यादव ने संजय यादव को जयचंद बताया था।
आरजेडी के अंदर रोहिणी आचार्य के भी काफी समर्थक हैं। रोहिणी आचार्य ने 2024 के लोकसभा चुनाव में सारण की सीट से चुनाव लड़ा था और इसमें उन्हें हार मिली थी। उसके बाद भी वह बिहार की राजनीति में सक्रिय थीं और उन्होंने विधानसभा चुनाव में प्रचार किया था।
आरजेडी 31 ऐसी सीटों पर हारी जहां पिछली बार वह कम से कम 10 हजार वोटों से जीती थी
