Bihar : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) द्वारा रामविलास पासवान की “दिल्ली में दूसरी शादी” के संदर्भ दिए गए बयान के बाद दिवंगत नेता के बेटे और राजनीतिक उत्तराधिकारी चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने मंगलवार को नाराजगी जताई है।
क्या कहा था नीतीश कुमार ने ?
चिराग पासवान द्वारा भाजपा को समर्थन दिए जाने के सवाल पर नीतीश कुमार ने चिराग और उनके दिवगंत पिता रामविलास पासवान को लेकर एक बयान देते हुए कहा था कि वो (चिराग) तो ठीक ही कर रहा है। वह तो हम लोगों के खिलाफ कैंडिडेट के रूप में खड़ा किया गया था। नीतीश कुमार ने आगे कहा कि आप लोगों को मालूम ही है हमने इनके पिता जी का न केवल सम्मान किया था बल्कि उनका समर्थन भी किया था। उन्होने रामविलास पासवान को लेकर कहा ‘हमारा रिश्ता पुराना रहा है। लेकिन विवाह तो उन्होंने दिल्ली में ही किया था ना। ये सब तो लड़का बच्चा है।’
मुख्यमंत्री को यह शोभा नहीं देता
जमुई के युवा सांसद चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को मेरे पिता की मृत्यु के बाद उनके बारे में व्यक्तिगत टिप्पणी करना शोभा नहीं देता है, यह सरासर गलत है। उन्होने कहा, “मैं इस स्तर तक कभी नहीं गिरा। मैंने कभी भी नीतीश कुमार के निजी जीवन के बारे में कुछ नहीं कहा, मेरे दिवंगत पिता एक खुली किताब की तरह थे।”
Nitish Kumar on Chirag Paswan : नीतीश कुमार ने रामविलास पासवान को लेकर दिया बड़ा बयान, देखें Video
उपचुनाव में भाजपा के लिए समर्थन मांग रहे हैं चिराग
बिहार के मोकामा और गोपालगंज विधानसभा में उपचुनाव होने वाले हैं ऐसे में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गयी है। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने एक बयान देते हुए चिराग पासवान को बच्चा बताया था। अब भाजपा उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे चिराग पासवान पलटवार करते हुए कहा “इस बच्चे ने आपको पिछले विधानसभा चुनावों में धूल चटा दी थी”
2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग ने कहा था कि वह नीतीश कुमार को सत्ता से हटाना चाहते हैं और भाजपा को अपने दम पर सरकार बनाने में मदद करना चाहते हैं, हालांकि भाजपा उस समय जद (यू) नेता को एक और कार्यकाल के लिए समर्थन दे रही थी और पार्टी ने चिराग की राजनीतिक लड़ाई से खुद को दूर कर लिया था।
बाद में चिराग के चाचा पशुपति पारस ने भी अपने भतीजे को अलग छोड़ दिया क्योंकि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। नीतीश के साथ छोड़ जाने के बाद कमजोर दिख रही भाजपा ने एक साल से अधिक समय से अधर में लटके चिराग को वापस अपने साथ ले लिया है।