Gujarat ABP C-Voter: गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) के रण के लिए सियासी दलों की रणभेरियां बज चुकी हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भी हो चुका है। राज्य में दो चरणों (Two Phase) में चुनाव होंगे पहले चरण का चुनाव एक दिसंबर और दूसरे चरण का चुनाव 5 दिसंबर को होगा। चुनाव की तारीखों के ऐलान होने के बाद राज्य में सियासी पार्टियों (Political Parties) ने पूरी ताकत झोंक दी है। चुनाव से पहले एबीपी सी-वोटर सर्वे (ABP C-Voter Survey) ने गुजरात की जनता का मूड भांपने की कोशिश की है। एबीपी सी-वोटर सर्वे की टीम ने ओपिनियन पोल किया है जिसके नतीजे सत्ताधारी पार्टी को चौंकाने वाले हैं।
एबीपी सी-वोटर सर्वे (ABP C-Voter Survey) के इस ओपिनियन पोल में गुजरात की जनता से सवाल किया गया कि दिग्गज नेताओं के टिकट कटने से सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को फायदा होगा या नुकसान? सर्वे के इस सवाल पर बहुत ही चौंकाने वाले जवाब मिले हैं। इस सवाल के जवाब में 42 फीसदी लोगों ने कहा है कि दिग्गज नेताओं के टिकट काटने से बीजेपी को फायदा पहुंचेगा। जबकि 48 फीसदी लोगों का मानना है कि इससे बीजेपी का बड़ा नुकसान होगा। जबकि 10 फीसदी लोगों का मानना है कि दिग्गज नेताओं के टिकट कटने से भी बीजेपी का कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
सवाल- दिग्गज नेताओं के टिकट कटने से बीजेपी को फायदा या नुकसान होगा?
स्रोत- C-Voter Survey
- बीजेपी को फायदा- 42 फीसदी
- बीजेपी को नुकसान- 48 फीसदी
- कोई असर नहीं- 10 फीसदी
27 सालों से गुजरात (Gujarat) की सत्ता पर काबिज है बीजेपी (BJP)
आपको बता दें कि गुजरात में भारतीय जनता पार्टी पिछले 27 सालों से सत्ता पर काबिज है। ऐसे में गुजरात में एंटी इनकमबैंसी भी सत्ताधारी पार्टी पर हावी रहेगी। हालांकि पिछले चुनाव में माहौल इससे भी ज्यादा ही कांग्रेस के पक्ष में दिखाई दे रहा था तब भी बीजेपी ने 99 सीटों पर जीत हासिल कर गुजरात की कुर्सी पर कब्जा किया था। इस बार कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी भी गुजरात में ताल ठोकती हुई दिखाई दे रही है। अरविंद केजरीवाल पिछले काफी समय से गुजरात में लोक लुभावने वादे कर रहे हैं।
2017 में बीजेपी (BJP) ने सबसे कम मार्जिन में जीत हासिल की थी
हालांकि गुजरात में कोई कितना भी वादे कर ले वहां पिछला चुनाव बीजेपी के लिए सबसे कठिन चुनावों में से एक था 27 सालों के शासन में बीजेपी ने साल 2017 के चुनाव में सबसे कम मार्जिन से जीत हासिल की थी। इन सब बातों के बावजूद बीजेपी के लिए माहौल बनने में देर नहीं लगेगी जब पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जैसे दिग्गजों की रैलियां चुनावी समय में गुजरात के वोटरों को बीजेपी के लिए खींच लाती हैं। फिलहाल इस बार गुजरात का सरताज कौन होगा इस बात का पता तो 8 दिसंबर को ही चलेगा।