केरल सरकार के परिवहन मंत्री थोमस चांडी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। थोमस चांडी पर भ्रष्टाचार और जमीन हड़पने का आरोप है। मंगलवार को अदालत ने इन आरोपों की पुष्टि भी की थी। इसके बाद आज (15 नंवबर) को थोमस चांडी ने सीएम पी विजयन से मुलाकात की और उन्हें अपना त्याग पत्र सौंप दिया है। थोमस चांडी पी विजयन कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले तीसरे मंत्री हैं। चांडी ने अपना इस्तीफा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ( एनसीपी) नेता टी.पी. पीतांबरन के जरिए मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को सौंप दिया है। थोमस चांडी एनसीपी नेता हैं और उनकी पार्टी केरल में लेफ्ट की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में शामिल है। इस्तीफा सौंपने के बाद मीडिया से बात करते हुए पीतांबरन ने कहा कि इस्तीफा पत्र सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा, “इस्तीफे का सारा विवरण आपको दोपहर दो बजे तक बताया जाएगा।” केरल उच्च न्यायालय ने कल अलप्पुझा जिला कलेक्टर की रिपोर्ट को चुनौती देने वाली उनकी याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें पाया गया है कि चांडी के स्वामित्व वाले लग्जरी लेक रिसोर्ट ने केरल भूमि संरक्षण कानून और धान भूमि के संरक्षण और आर्द्र भूमि कानून का बड़े पैमाने पर उल्लंघन किया है।
Kerala Transport Minster Thomas Chandy submits resignation after facing land encroachment allegations pic.twitter.com/51453emdRk
— ANI (@ANI) November 15, 2017
बता दें कि थोमस चांडी केरल के सबसे अमीर विधायक हैं। उन्होंने अपनी संपत्ति 92 करोड़ घोषित की है। थोमस चांडी ने अलप्पुझा जिला कलेक्टर की रिपोर्ट को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। लेकिन अदालत ने थोमस चांडी के खिलाफ सख्त टिप्पणी की और उन्हें अपनी ही सरकार के एक अधिकारी के फैसले के खिलाफ खड़े होने के लिए फटकार लगाई। अदालत ने कहा कि मंत्री की कार्रवाई सामूहिक कैबिनेट के दायित्व के सिद्धातों के खिलाफ जाता है। अदालत की इस टिप्पणी के बाद विपक्ष ने मंत्री के इस्तीफे की मांग और भी तेज कर दी थी। अदालत की टिप्पणी के बाद थोमस चांडी ने कहा कि, ‘अगर अदालत ने कुछ कहा है तो मैं निसंदेह अपना पद छोड़ दूंगा।’
बता दें कि मंत्री के फर्म द्वारा जमीन हड़पने की शिकायत विनोद नाम के एक एक्टिविस्ट और पूर्व वामपंथी कार्यकर्ता ने सबसे पहले की थी। विनोद के मुताबिक मंत्री द्वारा बनाया जा रहा ये रिजॉर्ट अवैध रूप से सरकारी जमीन पर बनाया जा रहा था। बता दें पिछले साल सरकार बनाने के बाद केरल सरकार के तीन मंत्री अबतक अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। इससे पहले ई पी जयराजन ने कथित तौर पर भाई भतीजावाद के आरोप में इस्तीफा दिया था। इसके बाद केरल सरकार के मंत्री रहे ए के सशीन्द्रन कथित रूप से फोन पर अश्लील बातें करते हुए दिखे थे उनका ये ऑडियो क्लिप वायरल हो गया था। इसके बाद सीएम ने उन्हें अप्रैल में हटा दिया था।