पलक्कड़ में नगर निगम की एक इमारत में सोमवार को महात्मा गांधी की एक प्रतिमा से भाजपा का झंडा लिपटा हुआ मिला। इसके बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। माकपा की युवा इकाई डीवाईएफआई ने इस घटना के खिलाफ मार्च निकाला और प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कांग्रेस और उसकी युवा इकाई ने भी एक अलग मार्च निकाला। कांग्रेस ने इस घटना के खिलाफ शहर में कई मार्च निकाले। बाद में माकपा और कांग्रेस के पार्षदों ने नगर निगम अध्यक्ष के कमरे के सामने धरना देते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की ।

वहीं भाजपा नेताओं ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि पार्टी इस घटना में शामिल नहीं है। उन्होंने इसकी विस्तार से जांच की मांग की है। मामले की जांच कर रहे अधिकारी ने बताया कि निगम के प्रभारी सचिव की ओर से मिली शिकायत के बाद भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। दोषियों की तलाश की जा रही है।

बताया गया कि कांग्रेस और सीपीएम के पार्षदों ने गांधी जी की प्रतिमा पर झंडे को देखा। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच गए। लोगों ने बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी की और उसके खिलाफ ऐक्शन की मांग की। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गांधी जी की प्रतिमा से झंडा उतारा औऱ लोगों ने माल्यार्पण किया। सीपीएम और कांग्रेस के कार्यकर्ता तिरंगा लेकर वहां प्रदर्शन कर रहे थे।

बीजेपी ने इसमें अपनी भूमिका से इनकार किया है और अन्य दलों पर साजिश का आरोप लगाया है। कुछ दिन पहले भी इसी तरह का विवाद सामने आया था। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने म्युनिसिपलटी की बिल्डिंग पर दो बड़े बैनर लगा दिए थे। इसमें से एक में ‘जय श्री राम’ लिखा हुआ था। दूसरे पर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की तस्वीर थी। शिकायत के बाद पुलिस ने कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था। पलक्कड़ के पूर्व सांसद और सीपीआई नेता एमबी राजेश ने बताया कि इस तरह के काम करके बीजेपी गांधी जी के विचारों का अपमान कर रही है। (भाषा से इनपुट्स के साथ)