जम्मू-कश्मीर में सोमवार को एक पुलिस बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया। इस बस पर आतंकियों ने जमकर गोलीबारी की। हमले को लेकर शुरूआत में पुलिस ने बताया कि 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। जिसके बाद जानकारी आई कि इनमें से दो जवान शहीद हो गए हैं।
घटना सोमवार शाम पंथा चौक इलाके के जेवान की है। पुलिस ने शुरू में कहा था कि हमले में 14 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। जिसके बाद इलाज के दौरान दो पुलिसकर्मियों ने दम तोड़ दिया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कई घायल पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उनकी हालत बेहद गंभीर है। उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि बाद में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
सूत्रों ने आगे कहा कि प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, हमले में दो आतंकवादी शामिल थे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमला किया गया, उससे पता चलता है कि हमलावर एक ‘फिदायीन’ संगठन का हिस्सा थे।
पुलिस बलों पर हमला एक उच्च सुरक्षा क्षेत्र में हुआ है। इस क्षेत्र में पुलिस और अर्धसैनिक बलों सहित सुरक्षा कर्मियों की भारी तैनाती है। जम्मू-कश्मीर पुलिस का सशस्त्र परिसर, जिसमें कई सशस्त्र पुलिस बटालियन हैं, जेवान में स्थित है। इसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों के शिविर भी हैं।
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से घाटी में सुरक्षा बलों पर यह पहला बड़ा हमला है। यह घटना बांदीपुर में एक हमले में आतंकवादियों द्वारा दो पुलिसकर्मियों के मारे जाने के दो दिन बाद हुई है। पुलिस ने कहा कि उन्होंने उस आतंकवादी की पहचान कर ली है जो उस हमले को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार था।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने इस आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि वह “मृतकों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना और घायलों के लिए प्रार्थना करते हैं”।
पाक के खिलाफ प्रदर्शन: पुलिस बस पर आतंकवादी हमले में तीन पुलिसकर्मियों की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर ‘जम्मू वेस्ट असेंबली मूवमेंट’ के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।

इससे पहले सोमवार को शहर के बाहरी इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे। यह मुठभेड़ रंगरेथ इलाके में हुई थी। सूचना के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम ने इलाके को घेर लिया था और आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष जानकारी के आधार पर तलाशी अभियान शुरू कर दी थी। जिसके बाद आंतकियों ने जवानों पर हमला बोल दिया, जवाबी कार्रवाई में दो आंतकवादी मारे गए थे।