केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा है। कर्पूरी ठाकुर को ‘भारत रत्न’ दिए जाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुशी जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा कि यह हार्दिक प्रसन्नता का विषय है।
उन्होंने कहा, ”पूर्व मुख्यमंत्री और महान समाजवादी नेता स्व॰ कर्पूरी ठाकुर जी को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ दिया जाना हार्दिक प्रसन्नता का विषय है। केंद्र सरकार का यह अच्छा निर्णय है। स्व॰ कर्पूरी ठाकुर जी को उनकी 100वीं जयंती पर दिया जाने वाला यह सर्वोच्च सम्मान दलितों, वंचितों और उपेक्षित तबकों के बीच सकारात्मक भाव पैदा करेगा। हम हमेशा से ही स्व॰ कर्पूरी ठाकुर जी को ‘भारत रत्न’ देने की मांग करते रहे हैं। वर्षों की पुरानी मांग आज पूरी हुई है।”
वोट के लिए याद आए कर्पूरी ठाकुर- मृत्युंजय तिवारी
राजद के नेता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया कि उनकी पार्टी के दबाव में केंद्र सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, ”केंद्र सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का फैसला किया। जब तक वे जीवित थे तब तक भाजपा उन्हें गालियां देती रहीं और 9 साल तक उन्हें याद नहीं आया। हमारी पार्टी और नेता लालू यादव लगातार उनके लिए भारत रत्न की मांग कर रहे थे। अब जब चुनाव नजदीक आ गया है तो उन्हें कर्पूरी ठाकुर की याद आ रही है और उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। वे उन्हें वोट के लिए याद आ रहे हैं…”
‘देश के गरीबों का सम्मान है’
पटना साहिब से बीजेपी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस बहुप्रतीक्षित फैसले के लिए आभार व्यक्त करता हूं। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करना देश के गरीबों, पिछड़ों का सम्मान है। शहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के लिए आज बहुत बड़ी खुशखबरी है…बिहार के नेता जननायक कर्पूरी ठाकुर को आज भारत रत्न देने का निर्णय मोदी सरकार ने किया है…भारत सरकार को बधाई देता हूं…जननायक इसके बहुत बड़े हकदार थे।