दर्शन देवैया बीपी
कर्नाटक में एक हफ्ते पहले ही गठित बसवराज बोम्मई की नई कैबिनेट में असंतोष के स्वर निकलने लगे हैं।पोर्टफोलियो आवंटन से कथित तौर पर नाखुश पर्यटन मंत्री आनंद सिंह ने त्यागपत्र देने की पेशकश की है। उन्होंने विजयनगर जिले के होसपेट में अपने विधायक कार्यालय को भी बंद कर दिया है।
हालांकि नए घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने साफ किया है कि जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा। कहा कि वह इस बारे में मंत्री आनंद सिंह से बात करेंगे। उन्होंने बताया, “मैं और आनंद सिंह तीन दशक से दोस्त हैं। हम लगातार संपर्क में हैं। कल मेरी उनसे बात हुई थी। आज भी मैं उनसे बात करूंगा। मैं उनके विचारों से अवगत हूं और मैंने भी अपने विचार व्यक्त किए हैं। उनके आने और मुझसे बात करने के बाद सब कुछ ठीक हो जाएगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि फिलहाल केंद्रीय नेतृत्व से इस बारे में कोई बात नहीं की गई है। हालांकि यहां जो कुछ हो रहा है, उससे केंद्रीय नेतृत्व अंजान नहीं है। वहां तक बात पहुंच जरूर रही होगी।
हाल ही में गठित कैबिनेट में आनंद सिंह को पर्यटन, पारिस्थितिकी और पर्यावरण विभाग दिया गया है। उनके एक करीबी सूत्र ने indianexpress.com को बताया कि उन्होंने रविवार को सीएम बोम्मई से मुलाकात की। इस दौरान वे अपना त्याग पत्र भी साथ लाए थे। इस दौरान सीएम ने उन्हें दिलासा दिया था।
सूत्र के मुताबिक, “उन्होंने विजयनगर स्थित अपना कार्यालय बंद कर दिया है। वह चाहते हैं कि पिछली बीएस येदियुरप्पा सरकार की तरह उनको वन और ऊर्जा विभाग दिया जाए।”
सूत्र ने कहा, “हालांकि आनंद सिंह ने अपना कार्यालय बंद कर रखा है और अपना त्यागपत्र भी अपने साथ लिए हुए हैं, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि जो विभाग वे चाहते हैं, वे उन्हें जल्द ही मिल जाएगा और सब कुछ ठीक हो जाएगा।”
सिंह के साथ एक अन्य मंत्री एमटीबी नागराज ने भी विभागों को लेकर खुलकर नाखुशी जताई है। नागराज को नगर निगम प्रशासन, लघु और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग विभाग दिए गए हैं। वह कथित तौर पर आवास पोर्टफोलियो चाहते हैं। नागराज ने बुधवार को कहा कि बोम्मई ने उनसे जल्द ही अपना पोर्टफोलियो बदलने का वादा किया है और उन्हें उन पर भरोसा है।