लव जिहाद को रोकने के लिए कर्नाटक के मेंगलुरु में एक संत ने सोमवार (11 अप्रैल) को एक हिंदू टास्क फोर्स की घोषणा की है। संत का कहना है कि इस टास्क फोर्स को बनाने का मुख्य उद्देश्य लव जिहाद को रोकना और ‘हिंदू की पहचान की रक्षा’ करना है।

टास्क फोर्स के गठन की घोषणा करने वाले संत श्री राजशेखरानंद स्वामीजी मेंगलुरु में वज्रादेही मठ से हैं। उन्होंने कहा, “टास्क फोर्स का गठन इसलिए किया गया है क्योंकि दूसरे समुदायों के लोगों द्वारा हिंदू लड़कियों के साथ संबंध बनाने के मामले सामने आए हैं। इस तरह हमारी (हिंदू) लड़कियों के जीवन और शिक्षा पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। ज्यादातर लड़कियों को ‘लव जिहाद’ के कारण पढ़ाई छोड़नी पड़ी है।”

संगठन के गठन पर प्रतिक्रिया देते हुए, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि उनकी सरकार लोगों को कानून अपने हाथ में लेने के लिए बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने उडुपी में संवाददाताओं से कहा,”हमारी सरकार संविधान के अनुसार बनी है। हम कानून, व्यवस्था और समानता की भावना से काम कर रहे हैं। अपने विचारों को फैलाने में कोई समस्या नहीं है, लेकिन अगर कोई कानून हाथ में लेता है या हिंसा करता है तो सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। यह संदेश बहुत स्पष्ट रूप से भेजा गया है। हमारी सरकार कानून के मुताबिक काम कर रही है और कानून की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।”

उन्होंने कहा, “हर चीज से निपटने के लिए कानून हैं। इनमें से कुछ कानून पिछली सरकारों ने पारित किए थे। हम कोई नया नियम नहीं बना रहे हैं।” साथ ही, सीएम ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वह (पिछली सरकार) राज्य में बढ़े सांप्रदायिक तनाव को देखकर भी चुप थे।

उन्होंने आगे सवाल करते हुए कहा,”हम जानते हैं कि क्या निर्णय लेने चाहिए और किस समय क्या कार्रवाई करनी चाहिए। मुझे उनसे कोई सबक सीखने की जरूरत नहीं है। ये वे लोग हैं जिन्होंने हत्या के आरोपों का सामना कर रहे लोगों के खिलाफ चल रहे मामले बंद कर दिए। तब उनकी कर्तव्य चेतना कहां थी?”

उन्होंने आगे कहा,”सिद्धारमैया के शासन के दौरान, कई हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्याएं हुईं। उन्होंने हिंदू श्रमिकों की हत्या करने वालों के खिलाफ चल रहे मामले वापस ले लिए। क्या सिद्धारमैया ने तब अपना मानसिक संतुलन खो दिया था।”