आयकर विभाग ने बुधवार को कर चोरी के एक मामले में कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार से संबंधित कई परिसरों पर छापे मारे। शिवकुमार बेंगलूरू के पास स्थित एक रिजॉर्ट में गुजरात के 44 विधायकों के ठहरने की व्यवस्था का प्रभार देख रहे थे। आयकर विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मंत्री से संबंधित विभिन्न संपत्तियों पर छापेमारी के दौरान नौ करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई। आयकर विभाग की टीम मंत्री को रिजॉर्ट से बेंगलूरू स्थित उनके घर ले गई है। बरामद नकदी को गिनने के लिए दिल्ली के सफदरजंग एंक्लेव, कर्नाटक के हासन और मैसूरू स्थित परिसरों में नोट गिनने की मशीनें मंगाई गई हैं।

सुबह के समय की गई छापेमारी से संबंधित जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने कहा कि आयकर विभाग के लोग मंत्री से पूछताछ करने ईगल्टन रिजॉर्ट पहुंचे जो रात से रिजॉर्ट में ठहरे हुए थे। आयकर अधिकारियों ने कहा कि रिजॉर्ट में रखे गए 44 विधायकों से संबंधित व्यवस्थाओं का प्रभार देख रहे मंत्री छापेमारी के समय रिजॉर्ट में ही मौजूद थे। कांग्रेस ने भाजपा को अपने इन विधायकों को तोड़ने से रोकने के लिए कनार्टक के इस रिजॉर्ट में रखा है। रिजॉर्ट पर छापेमारी को लेकर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वहीं, आयकर विभाग के अधिकारियों ने कहा कि रिजॉर्ट पर छापेमारी नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि रिजॉर्ट में केवल मंत्री के कमरे की ‘‘तलाशी’’ ली गई, न कि गुजरात के विधायकों के कमरे की।

विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘छापे मारने वाले दल का विधायकों से कोई लेना देना नहीं है और विधायकों एवं तलाशी लेने वाले दल के बीच कोई संपर्क नहीं हुआ।’’ इस बीच, गुजरात से राज्यसभा का चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी की आलोचना करते हुए भाजपा पर राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए अभूतपूर्व तरीके से परेशान करने का आरोप लगाया। आयकर अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय अर्द्धसैन्य बलों की मदद से आयकर विभाग के करीब 120 अधिकारियों का दल मंत्री और उनके परिवार के 39 ठिकानों पर छापे मार रहा है। छापेमारी दिल्ली और कर्नाटक में की जा रही है।

विभाग चुनावों में धन बल के कथित इस्तेमाल और बड़े पैमाने पर धन के अवैध लेनदेन के आरोपों की भी जांच कर रहा है। आयकर विभाग ने कहा कि छापे मारने के समय के बारे में पहले ही निर्णय ले लिया गया था। विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘यह तलाशी उस जांच के संबंध में की गई है जो काफी समय से जारी है। तलाशी लिए जाने के समय के संबंध में पहले ही निर्णय ले लिया गया था।’’ बयान में कहा गया, ‘‘किसी अन्य राज्य के विधायकों को कर्नाटक लाए जाने संबंधी कार्यक्रम अप्रत्याशित थे।’’

आयकर विभाग ने कहा, ‘‘आयकर कानून की धारा 132 के तहत ली गई यह तलाशी सबूत एकत्र करने की कवायद है जो सभी वैधानिक आवश्यकताओं के अनुरूप की जा रही है।’’ अधिकारियों ने कहा कि आयकर विभाग ने कुछ समय पहले राज्य के एक नेता के यहां की गई छपेमारी के दौरान एक डायरी और कुछ दस्तावेज जब्त किए थे और ताजा कार्रवाई मिली जानकारी के आधार की गई कार्रवाई भी है।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपने मंत्री के परिसरों पर हुई छापेमारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी सरकार आयकर विभाग का इस्तेमाल राजनीतिक साजिशों के लिए कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह भाजपा के खिलाफ उठने वाली आवाज को दबाने के लिए राजनीति से प्रेरित कार्रवाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस तरह की चीजों से नहीं डरेंगे।

कांग्रेस अपने विधायकों को तोड़ने के भाजपा के कथित प्रयासों से बचाने के लिए यहां ले आई थी। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में गुजरात के 57 में से छह कांग्रेस विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया, जहां से वरिष्ठ पार्टी नेता अहमद पटेल चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें से तीन भाजपा में शामिल हो गये। पार्टी को आशंका है कि यदि और विधायक अलग हुए तो पटेल की जीत की संभावनाओं पर असर पड़ेगा।