Karnataka polls: अगले साल होने जा रहे कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Election) से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) की नजर जनता दल (सेक्यूलर) पर है। राज्य की कई सीटों पर जेडीएस की पकड़ मजबूत है। इसे देखते हुए दोनों पार्टियां बहुमत के साथ सरकार बनाने के लिए जनता से जेडीएस को वोट नहीं देने की अपील कर रही हैं।
अमित शाह ने रैली कर मतदाताओं से की ज्यादा से ज्यादा वोट देने की अपील
2004, 2008 और 2018 की तरह 2023 के चुनाव में त्रिशंकु स्थिति पैदा ना हो इसलिए दोनों दलों ने राज्य के उन क्षेत्रों में रैलियां की हैं, जहां पर जेडीएस की पकड़ मजबूत है। इस हफ्ते के आखिर में गृह मंत्री अमित शाह ने बेलगावी में एक रैली कर पूर्ण बहुमत हासिल करने के लिए क्षेत्र में बीजेपी को ज्यादा से ज्यादा वोट देने का अनुरोध किया है।
उन्होंने यहां बीजेपी को राष्ट्रवादी पार्टी बताते हुए कांग्रेस और जेडीएस पर हमला बोला और कहा, “एक तरफ एक पार्टी है जो 25 से 30 सीटें जीतना चाहती है और सरकार चलाने के लिए कांग्रेस की गाड़ी पर सवार होकर वंशवाद की राजनीति करती है- वह जेडीएस है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस एक ही हैं और जेडीएस को डाला गया वोट कांग्रेस को ही मिलेगा।
सिद्धारमैया ने किया राज्य में कांग्रेस की जीत का दावा
इससे एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने मांड्या क्षेत्र में मतदाताओं से 2023 के चुनावों में जेडीएस का समर्थन नहीं करने की अपील की। उन्होंने कहा, “पिछली बार इस क्षेत्र की सात सीटों में से आपने हमें एक सीट भी नहीं दी। सभी पर जेडीएस की जीत हुई थी। इस बार ऐसा नहीं होना चाहिए। क्या आप ऐसा फिर से करेंगे? आपको मांड्या की सात में से पांच से छह सीटें हमें देनी चाहिए।” उन्होंने जनता से कहा कि जैसे ही सूरज पूर्व में उगेगा, कर्नाटक में कांग्रेस की सत्ता में वापसी होगी। आपको भी कांग्रेस को वोट देकर सरकार का हिस्सा बनना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी कहते हैं कि वे 123 सीटें जीतेंगे, जब कांग्रेस के साथ थे तो सिर्फ 58 ही जीते और उसके बाद सिर्फ 29 सीटें ही मिल पाईं।
जेडीएस का कांग्रेस पर पलटवार
सिद्धारमैया पर पलटवार करते हुए जेडीएस ने कहा कि कांग्रेस कह रही है कि जेडीएस सत्ता में नहीं आएगी और इसलिए लोगों को वोट नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में चल रही गुटबाजी पार्टी को सत्ता में नहीं आने देगी। उनके नेता एक-दूसरे का मुंह तक नहीं देख रहे हैं। कुमारस्वामी ने कहा कि जिनका अपनी पार्टी पर नियंत्रण नहीं है, वे मेरी पार्टी के बारे में बात कर रहे हैं।