Karnataka Politics: कर्नाटक में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने बुधवार (12 अक्टूबर, 2022) को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के एक दलित के घर नाश्ता करने को लेकर तंज कसा है। कांग्रेस ने कहा कि चुनाव नजदीक देख बीजेपी को दलितों की याद आने लगी है।
विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने दलितों और अन्य पिछड़े समुदाय के उत्थान के लिए कुछ भी नहीं किया। वहीं कर्नाटक के प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक दर्जन से अधिक घटनाओं को उजागर करके बोम्मई सरकार पर कटाक्ष किया। बीजेपी पर हमलावार होते हुए सुरजेवाला ने कहा कि चिक्कमगलुरु में दलित कार्यकर्ताओं के साथ कथित तौर पर मारपीट की गई और उन्हें बंदी बना लिया गया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होने पहुंचे सिद्धरमैया ने एक सवाल के जवाब में मीडिया से कहा, ‘क्योंकि चुनाव आ रहे हैं, वे दलितों, पिछड़े वर्गों, एससी-एसटी को याद करने लगे हैं, अब तक इस सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। अब वे चुनाव और वोट के लिए उन इलाकों का दौरा कर रहे हैं जहां दलित और पिछड़े समुदाय के लोग रहते हैं।’
बता दें, राज्य के मुख्यमंत्री बोम्मई और पूर्व सीएम और भाजपा नेता भाजपा येदियुरप्पा और अन्य भाजपा नेताओं ने पार्टी की ‘जन संकल्प यात्रा’ के दौरान बुधवार सुबह को विजयनगर जिले के कमलापुरा गांव के अंबेडकर नगर में एक दलित के घर पर नाश्ता किया था।
सुरजेवाला ने बोम्मई पर साधा निशाना
सुरजेवाला ने एक ट्वीट करते हुए आरोप लगाया, ‘कर्नाटक में बोम्मई सरकार में दलित अत्याचारों की बदबू आ रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले साल की तुलना में 54% की वृद्धि हुई है। बोम्मई और येदियुरप्पा एक दलित के घर जाने का फोटो-ऑप करते हैं। वहीं एक भाजपा नेता ने 16 दलितों को बंदी बना लिया और एक असहाय महिला को अपना बच्चा खोना पड़ा।’
25 दिसंबर तक 52 विधानसभा का दौरा करेंगे बोम्मई और येदियुरप्पा
बता दें, कर्नाटक में अगले साल अप्रैल में विधानसभा चुनाव होने हैं। बोम्मई और येदियुरप्पा 25 दिसंबर तक 52 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। जन संकल्प यात्रा का उद्देश्य राज्य और केंद्र की बीजेपी सरकार की नीतियों और योजनाओं को लोगों तक पहुंचाना है। जिससे बीजेपी फिर से सत्ता में वापसी कर सके।