कर्नाटक सरकार ने 18वीं शताब्दी के शासक टीपू सुल्तान के समय के मंदिरों में जारी ‘सलाम आरती’ (Salaam Aarati) के नाम को बदलने का फैसला किया है। इसकी पुष्टि भी कर्नाटक के गृह मंत्री अरगा जनेंद्र (Karnataka Home Minister Araga Jnanendra) ने कर दी है। उन्होंने कहा है कि हां ये सही है कि सरकार ने सलाम आरती के नाम को बदले का फैसला किया है। वहीं सरकार के इस फैसले की पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) ने आलोचना की है।
एचडी कुमारस्वामी ने बीजेपी पर साधा निशाना
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री औ जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी असल मुद्दों पर फोकस नहीं करना चाहती, इसलिए इस तरह की बातें कर रही है। कुमारस्वामी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे इतिहास और हमारी पुरानी संस्कृतियों को बदलना चाहते हैं।
कुमारस्वामी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा है। एचडी कुमारस्वामी ने कहा, कर्नाटक में कांग्रेस (Congress) और भाजपा के लिए जद(एस) ही एकमात्र विकल्प है। कांग्रेस में अंदरूनी कलह है और लोग बीजेपी से तंग आ चुके हैं। पीएम मोदी (PM Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) का जादू यहां नहीं चलेगा। लोगों ने पहले ही अपना मन बना लिया है। जद (एस) आगामी कर्नाटक चुनाव भारी अंतर से जीतेगी।”
क्या है मामला?
बता दें कि कर्नाटक में मंत्री शशिकला जोले ने भी कहा था कि दीवतिगे सलाम का नाम बदलकर दीवतिगे नमस्कार और सलाम आरती का नाम बदलकर आरती नमस्कार किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इसी तरह सलाम मंगल आरती का नाम बदलकर मंगल आरती नमस्कार किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि यह हमारे विभाग के वरिष्ठ आगम पुजारियों की राय पर किया गया है और इस संबंध में एक परिपत्र भी जारी किया जाएगा।
बता दें कि कर्नाटक में बीजेपी और हिंदू संगठन टीपू सुल्तान को एक ‘क्रूर हत्यारे ’ के तौर पर मानते हैं। जबकि कई मुस्लिम संगठन और विपक्षी दल टीपू सुल्तान को एक योद्धा के तौर पर देखते हैं। बीजेपी और हिन्दू संगठन आरोप लगाते हैं कि टीपू सुल्तान ने हजारों लोगों की हत्या की थी।